ग्राहकों की प्राइवसी के संदर्भ में पेटीएम द्वारा NPCI को भेजे गए शिकायत पत्र के बाद गूगल ने अपनी प्राइवसी पॉलिसी को अपडेट कर लिया है। पेटीएम ने ये आरोप लगाया है कि गूगल ग्राहकों के डाटा को दूसरी कंपनियों तथा थर्ड पार्टी सोर्स को भी बेच रही है।
इस दौरान ये बात सामने आयी थी कि गूगल पे ऐप के माध्यम से यूजर का डाटा इकठ्ठा करती है, जिसकी सफाई देते हुए गूगल ने कहा था कि वो इस डेटा को प्रमोशन तथा विज्ञापन के लिए इकठ्ठा करती है।
हालाँकि इसी के बाद ही पेटीएम ने गूगल पर आरोप लगाते हुए NPCI को पत्र लिखा था। गूगल ने अपनी सफाई देते हुए ये कहा है कि गूगल ग्राहकों से संबन्धित डाटा सिर्फ उन्हीं वेंडरों के साथ शेयर करता है जो ग्राहकों की निश्चित जानकारी के लिए अधिग्रहित है, इसके अलावा गूगल कभी भी ग्राहकों का डाटा किसी के भी साथ शेयर नहीं करता है।
गूगल ने प्राइवसी पॉलिसी को अपडेट करते हुए यह अभी कहा है कि इसे सिर्फ इस लिए अपडेट किया गया है ताकि ग्राहकों को इसे समझने में और भी सुविधा हो।
दिलीप आसबे जो कि NPCI के चीफ़ हैं उन्होने इस पर कोई भी टिप्पणी देने से मना कर दिया है। पेटीएम ने भी इस बाबत कोई भी जानकारी देने से साफ इन्कार कर दिया है। भारत में ट्रैंज़ैक्शन सर्विस देने वाली कंपनी पेटीएम को चीन की ‘अलीबाबा’ व जापान की ‘सॉफ्टबैंक’ से सहयोग हासिल है।
गौरतलब है कि पेटीएम के पास 95 मिलियन एक्टिव यूजर्स हैं जबकि गूगल पे के पास पेटीएम की तुलना में सिर्फ 22 मिलियन ही एक्टिव यूजर्स
पेटीएम तथा गूगल पे दोनों ही NPCI के यूनिफाइड पेमेंट इंटरफ़ेस यानी UPI का इस्तेमाल करती हैं।
ये बात ध्यान देने वाली है कि कंपनीयां किस प्रकार देश में या देश के बाहर यूजर्स का डाटा इस्तेमाल करती हैं। इसे लेकर भारत में जल्दी ही डाटा प्रोटेक्शन लॉ लाये जाने की संभावना है।