हांगकांग ने शनिवार को चीनी क्षेत्र से गुजरने वाले हाई स्पीड रेल नेटवर्क खोल दिया है। इस नेटवर्क से यात्रा का समय बहुत कम हो जायेगा लेकिन इसके अर्धस्वायत्तत चीनी इलाके पर बीजिंग का दबदबा होने का कारण मुसीबत खड़ी हो सकती है।
इस प्रोजेक्ट को पूरे होने में 10 बिलियन डॉलर की लागत और आठ वर्ष से का समय लगा है। इस प्रोजेक्ट का मकसद रोजाना 80 हज़ार यात्रियों को एशियाई फाइनेंसियल सेंटर से नज़दीकी उत्पादक हब ग्वांगडोंग प्रान्त पहुँचाना है।
यह ट्रैन हांगकांग से चीन से 14 मिनट की दूरी पर स्थित शेन्ज़ीन प्रान्त तक का सफर एक घंटे में तय करेगी। ग्वांगडोंग की राजधानी गुअन्ग्ज़्हौ से 30 मिनट में पहुंचाएगी जो अन्य सफर के मुकाबले 90 मिनट जल्दी होगा।
इस नेटवर्क के कुछ इलाकों में चीनी नियमों को लागू करने पर हांगकांग के विपक्षी कानून विशेषज्ञों ने कहा की यह कदम सरासर कानून का उल्लंघन है। साल 1997 ब्रितानी और चीनी हुकूमत से आज़ाद होने के बाद बने हांगकांग के मिनी-संविधान के मुताबिक उनके देश का कानूनी ढांचा और नागरिक अधिकार है।
उन्होंने कहा संविधान के मुताबिक हांगकांग को अधिकारों की रक्षा का अधिकार है जैसे हांगकांग के पास अभिव्यक्ति की आज़ादी और संसद है।
जिसका मेनलैंड पर हमेशा उल्लंघन होता रहा है। जहां विदेश नीति, रक्षा और राष्ट्रीय सुरक्षा जैसे कानूनी मसले बीजिंग के कार्यक्षेत्र में आते हैं। हालाँकि बीजिंग इस शहर की राजनीति को संचालित करता है और राजनैतिज्ञों पर कार्रवाई करता है।
इस प्रावधान का समर्थन करते हुए मुख्य सचिव कैरी लेम ने कहा कि इस ट्रैन से समय कि बचत होगी और यह बेहद सुविधाजनक है।