किंगफ़िशर एयरलाइन्स के मालिक विजय माल्या को कर्जा दिलाने में मदत करनेवाले कई वरिष्ट बैंक अधिकारीयों के नाम सीबीआई के चार्जशीट में आ सकते हैं। सीबीआई की ओर से, विजय माल्या केस में अगले महीने चार्जशीट कोर्ट में दायर की जाएगी।
भारतीय बैंकों से ₹6,000 करोड़ से ज्यादा कर्जा लेकर, भाग खड़े हुए विजय माल्या धोकाधडी केस में यह सीबीआई द्वारा दायर की जानेवाली पहली चार्जशीट होगी। आपको बतादे, किंगफ़िशर एयरलाइन्स को 17 भारतीय बैंकों ने ₹6,000 करोड़ से ज्यादा कर्जा दिया हैं, इसमें ₹1,600 करोड़ सिर्फ स्टेट बैंक ऑफ़ इंडिया ने दिए हैं।
सीबीआई इससे पहले पिछले साल विजय माल्या के विरुद्ध चार्जशीट दायर कर चुकी हैं, जिसमें आईडीबीआई बैंक से ₹900 करोड़ कर्जा विजय माल्या को दिलाने में बैंक के वरिष्ट आधिकारी भी शामिल थें। इसके बाद विजय माल्या पर दो केस दर्ज किए गए।
विजय माल्या केस में शामिल बैंक अफसरों के नाम बताने से सीबीआई ने साफ़ इंकार किया। सीबीआई के अनुसार, बैंकों के समूहों द्वारा दिए गए लोन की जांच लगभग पूरी हो चुकी हैं और इस केस में चार्जशीट अगले महीने में दाखिल की जाएगी।
किंगफ़िशर एयरलाइन्स को कर्जा दिलवाने में मदत करनेवाले, स्टेट बैंक ऑफ़ इंडिया समेत कई बैंकों के वर्तमान और पूर्व कर्मचारियों के नाम इस चार्जशीट में आने की संभावना हैं। सीबीआई के अनुसार, अपने पद का दुरूपयोग करनेवाले सभी बैंक अफसरों के खिलाफ सबूत जुटाए गए हैं।
किंगफ़िशर एयरलाइन्स के मालिक विजय माल्या समेत एयरलाइन्स चीफ फाइनेंसियल ऑफिसर ए रघुनाथन और अन्य कर्मचरियों के नाम सीबीआई के चार्जशीट में हो सकते हैं। एजेंसी के अनुसार, इस केस में वित्त मंत्रालय के अधिकारीयों की भी जांच की जा सकती हैं।
सीबीआई ने इस केस में दर्ज की एफआइआर में कहा हैं, स्टेट बैंक ऑफ़ इंडिया और उसके सहयोगी बैंकों ने 2005-2010 के बीच किंगफ़िशर एयरलाइन्स को कर्जा दिया जब की किंगफ़िशर एयरलाइन्स का इन बैंकों में अकाउंट भी नहीं था। 2009-10 में किंगफ़िशर एयरलाइन्स लिए हुए कर्जे की चुकाने में असफल हो रही थी, उसके बाद बैंकों के संगठन ने विजय माल्या पर आरोप लगे की वे जानबूझकर कर बैंकों से लिया हुआ कर्जा नहीं चूका रहे हैं।