पिछले कई दिनों से भारतीय रूपए की कीमत में लगातार गिरावट देखी जा रही थी। इतिहास में अपने निम्नस्तर ₹72.91 पर पहुँचने के बाद भारतीय रूपए की कीमत में एक रूपए की वृद्धी हुई हैं।
रिपोर्ट के अनुसार प्रधानमंत्री मोदी ने रुपए की गिरती कीमत के विषय में आर्थिक सलाहकारों के साथ बैठक बुलाई हैं, यह बैठक इस सप्ताह के अंत में हो सकती हैं। इस बैठक के बाद पीएम मोदी इस आर्थिक संकट से निपटने के लिए सरकार द्वारा लिए जानेवाले क़दमों की घोषणा कर सकते हैं।
इन सप्ताह में मंगलवार को आंशिक रूप से रूपए की कीमत में मजबूती देखि गयी लेकिन दिन के अंत तक भारतीय रूपए की कीमत ₹72.69 हो गयी थी। रुपए की गिरावट के लिए मुख्य कारन हैं जागतिक बाजारों में कच्चे तेल की बदती कीमते और अमेरिका-चीन में जारी ट्रेड वॉर।
अमेरिकी डॉलर अन्य जागतिक चलनों की तुलना में अधिक मजबूत हो रहा हैं। इसलिए निवेशकों द्वारा अमेरिकी डॉलर की मांग में बढ़ोतरी हो रही हैं और इसका परिणाम लगभग हर देश की अर्थव्यवस्था पर हो रहा हैं। एशिया में सबसे ख़राब स्थिति भारतीय रुपए की हैं।
वित्त मंत्रालय में आर्थिक मामलों के सचिव, सुभाष गर्ग ने कहा, “अगर भारतीय रूपए की कीमत में गिरावट जारी रहीं, (तो) मार्केट पर इसका बुरा असर पड़ेगा। सरकार ओर आरबीआई द्वारा हर मुमकिन कदम उठाये जाएँगे, जिससे यह सुनिश्चित किया जा सकें की रूपए की कीमत में उम्मीद से ज्यादा गिरावट न हों सकें।“