भारत और रूस के बीच जल्द एक रक्षा समझौता होनें जा रहा है जिसके जरिये भारत रूस से चार स्टील्थ लड़ाकू विमान खरीदेगा। यह समझौता अगले महीनें हो सकता है, जब नरेन्द्र मोदी और व्लादिमीर पुतिन नई दिल्ली में मुलाकात करेंगे।
इन चार लड़ाकू विमान में से दो रूस के कालिनिंग्राड में बनेंगे और अन्य दो गोवा शिपयार्ड लिमिटेड में बनेंगे।
इस मामले से जुड़े एक वरिष्ट अधिकारी नें बताया कि दोनों देशों नें इस समझौते के लिए जरूरी प्रक्रिया को पूरा कर लिया है।
उनके मुताबिक, “कॉन्ट्रैक्ट साइन होने के चार साल के भीतर रूस भारत को दो लड़ाकू विमान देगा। हमें अपना पहला विमान बनाने में 6 साल लगेंगे और उसके बाद दूसरा विमान दो साल के भीतर बन जाएगा।”
आपको बता दें कि भारतीय नेवी के पास वर्तमान में 6 स्टील्थ फ्रिगेट हैं, जिन्हें रूस से 2003 से 2013 के बीच ख़रीदा गया था। इसके बाद भारत नें साल 2016 में रूस से 4 और विमान खरीदने का समझौता किया था।
रूस के कई अधिकारीयों नें गोवा का दौरा किया है, जहाँ भारत रुसी तकनीक का इस्तेमाल कर दो स्टील्थ विमान बनाएगा। रूसी अधिकारीयों के मुताबिक भारत में अच्छी सेवाएं उपलब्ध हैं।
इसके अलावा भारत और रूस एक अन्य डील करने जा रहे हैं, जिसकी कुल लागत 39,000 करोड़ रूपए है। इसके जरिये भारत रूस से s-400 एयर डिफेन्स मिसाइल प्रणाली खरीदेगा। इस प्रणाली की मदद से 400 किमी की रेंज के भीतर किसी भी लड़ाकू विमान का विनाश किया जा सकता है।
आपको बता दें कि अमेरिका इस डील में अपनी नाराजगी जता चुका है। अमेरिका नें रूस पर कई प्रकार के प्रतिबन्ध लगा रखें हैं, जिसकी वजह से अमेरिका के लिए यह डील सही नहीं है।
हालाँकि भारत यह कोशिश कर रहा है कि अमेरिका इस स्थिति को समझे और रूस पर लगे प्रतिबन्ध को ढीला कर सके।
सुचना स्त्रोत – हिंदुस्तान टाइम्स