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    डाटा ट्रांसमिशन data transmission in hindi

    विषय-सूचि

    डेटा ट्रांसमिशन की परिभाषा (data transmission definition in hindi)

    परिभाषा – यह एक तरह का प्रोसैस है जिसमें डाटा को दो या दो से ज्यादा डिजिटल उपकरणों में भेजने का कार्य किया जाता है।

    डाटा को एक डिवाइस से दूसरे डिवाइस में अनैलॉग या डिजिटल फ़ारमैट में भेजा जाता है। डाटा ट्रांजमिशन डिवाइस और कॉम्पोनेंट को सारे के सारे उपकरणों को एक दूसरे से बात करने में मदद करता है।

    डेटा ट्रांसमिशन कैसे काम करता है? (modes of data transmission in hindi)

    डाटा बिट्स के रूप में दो या दो से ज्यादा डिजिटल डिवाइसों में भेजा जाता है।

    डाटा को डिजिटल डिवाइस में ट्रांसमीट करने के लिए दो तरीके अपनाये जाते हैं वह हैं सिरियल ट्रांजमिशन और पेरेलल ट्रांजमिशन।

    सिरियल डाटा ट्रांजमिशन डाटा को एक बिट से दूसरे बिट में एक ही चैनल की मदद से भेजता है।

    जबकि पेरेलल डाटा ट्रांजमिशन एक साथ बहुत सारे डाटा को एक ही समय पर भेज देता है और यह काफी चैनलों के माध्यम से ऐसा कर पाता है।

    सिरियल ट्रांजमिशन क्या है? (serial transmission in hindi)

    जब भी इसके द्वारा कोई डाटा भेजा जाता है यह उस कार्य में डाटा बिट्स को एक मुख्य ऑर्डर में भेजा जाता है क्योंकि हम इसमें एक के बाद ही दूसरा भेज सकते हैं।

    डाटा बिट्स का ऑर्डर हमारे लिए बहुत जरूरी है क्योंकि यह हमें बताता है की कब ट्रांजमिशन भेजा जाना चाहिए और कब हमें मिलना चाहिए।

    इस ट्रांजमिशन को दो भागों में विभाजित किया जाता है वह हैं – असिनक्रोनस और सिनक्रोनस

    असिनक्रोनस सिरियल ट्रांजमिशन (asynchronous serial transmission in hindi)

    डाटा बिट्स को इस प्रक्रिया से किसी भी समय भेजा जा सकता है।

    स्टॉप बिट्स और स्टार्ट बिट्स डाटा बिट्स के मध्य में काम आते हैं जिससे की बिट्स के ट्रांसमिटर को वह सिनक्रोनाइस कर पाये और यह बता पाये की डाटा सही से ट्रांसमीट कर लिया गया है।

    डाटा बिट्स को भेजना और लेना एक साथ नहीं होता इसलिए ट्रांजमिशन में गेप का इस्तेमाल किया जाता है।

    इस ट्रांजमिशन को करने का यह फायदा है की इसमें हमें ट्रांसमिटर और रिसीवर के मध्य में सिनक्रोनाइस करने की जरूरत नहीं पड़ती।

    यह हमारे लिए बचत के हिसाब से भी काफी सही है। इसमें बस एक कामी है की कभी कभी इसमे ट्रांजमिशन थोड़ा धीरे होता है।

    सिनक्रोनस सिरियल ट्रांजमिशन (synchronous serial transmission in hindi)

    एक मास्टर क्लॉक की मदद से इसमे डाटा बिट्स लगातार ट्रांसमिट किए जाते हैं। डाटा ट्रांसमिटर और रिसीवर दोनों ही क्लॉक की फ्रिक्वेन्सी को ध्यान में रखकर चलाये जाते हैं।

    इसी वजह से हमें इसमें स्टॉप बिट्स गैप और स्टार्ट बिट्स की जरूरत नहीं होती।

    इसका मतलब यह है की इसमें डाटा काफी तेज़ चलता है और इसमें टाइमिंग एरर भी कम होते हैं क्योंकि इसमें ट्रांसमिटर और रिसीवर टाइम को इसमें सिंक किया जाता है। यह असिनक्रोनस सिरियल ट्रांजमिशन से थोड़ा महंगा पड़ता है।

    सिरियल ट्रांजमिशन का उपयोग (use of serial transmission in hindi)

    सिरियल ट्रांजमिशन को डाटा ट्रान्सफर करने के लिए तब इस्तेमाल किया जाता है जब डाटा को कहीं दूर भेजना होता है।

    यह उस समय भी इस्तेमाल किया जाता है जब आपको कुछ ही डाटा भेजना होता है। यह डाटा की वफादारी भी करता है क्योंकि यह डाटा को बिट के हिसाब से एक ऑर्डर में भेजता है। इसमें डाटा को सिंक के माध्यम से भी लिया जाता है।

    पेरेलल ट्रांजमिशन क्या है? (parallel transmission in hindi)

    जब भी डाटा को पेरेलल ट्रांजमिशन के माध्यम से भेजा जाता है तब काफी मात्रा में डाटा का आदान प्रदान बहुत सारे चैनल के द्वारा एक साथ होता है।

    इसमें डाटा सिरियल ट्रांजमिशन से तेज़ भेजा जाता है। इसमें बहुत सारे चैनलों में बिट्स एक समय में एक साथ भेजे जाते हैं।

    इसका एक फायदा तो यह है की इसमे हम आसानी से प्रोग्राममिंग कर सकते हैं और इसमें डाटा तेज़ी से भेजा जा सकता है।

    पर हाँ इसमें सिरियल ट्रांजमिशन से ज्यादा ट्रांजमिशन चैनलों की जरूरत पड़ती है। यह विडियो स्ट्रीम में भी हमारे लिए उपयोगी होता है।

    पेरेलल ट्रांजमिशन का उपयोग (use of parallel transmission in hindi)

    जब हमें एक साथ बहुत सारे डाटा को एक साथ भेजना होता है तब इसका इस्तेमाल होता है।

    इसमें डाटा बड़ा ही समय का संवेदनशील होता है और डाटा को तेज़ी से भेजने में यह काम आता है। इसको विडियो स्ट्रीमिंग के लिए भी इस्तेमाल किया जाता है।

    इसको इसलिए इस्तेमाल किया जाता है जिससे की विडियो में बफ़रिंग नहीं हो और यह सही से अच्छी गति से चल पाये।

    धीरे डाटा स्ट्रीमिंग कई बार बेकार व्यू का अनुभव भी देता है।

    इस लेख से सम्बंधित यदि आपका कोई भी सवाल या सुझाव है, तो आप उसे नीचे कमेंट में लिख सकते हैं।

    One thought on “डेटा ट्रांसमिशन क्या होता है?”

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