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    मधुमेह में गुड़ jaggery for diabetes in hindi

    विषय-सूचि


    मधुमेह ऐसी बीमारी है जिसका सही तरह से ध्यान ना रखा जाए, तो ये हमारे लिए जान लेवा हो सकती है। लेकिन मधुमेह का ध्यान रखना कोई कठिन काम नहीं है। इसके लिए हमें अपने खानपान का पूरा-पूरा ध्यान रखना पड़ता है। सब्ज़ियाँ हमें खासकर खाना चाहिए।

    लेकिन क्या गुड़ खाया जा सकता है? यह जानने से पहले ज़रूरी है कि आपको मधुमेह का सही मतलब पता हो।

    मधुमेह क्या होता है? (what is diabetes in hindi?)

    मधुमेह आज कल हर जगह फैली हुई है। हर दूसरे आदमी को मधुमेह की बीमारी होती है। इस बीमारी में इंसान के शरीर का ब्लड शुगर उचित से ज़्यादा हो जाता है।

    अगर हम इसका इलाज जल्द से जल्द नहीं करवा लेते, तो इसका बुरा असर हमारे किडनी, आँख और नस पर पड़ सकता है। इसके अलावा, हमारे दिल पर भी इसका बुरा असर पड़ सकता है, और कभी-कभी तो, हमारे पै भी काट देने पड़ते हैं।

    मधुमेह और गुड़ (diabetes and jaggery?)

    अब मुख्य प्रश्न ये है कि क्या गुड़ से मधुमेह का इलाज हो सकता है? इस पर बहुत सी बातें होतीं हैं और कई लोग अपना तर्क सालों से रखे आ रहे हैं।

    कहा जाता है कि मधुमेह के समय में, चीनी के बदले अगर हम गुड़ का इस्तेमाल करते हैं, तो हमारे शरीर को राहत मिलती है। ये राहत कम मायनों में मिलती है, लेकिन चीनी जैसा हानी नहीं पहुँचाती है।

    ऐसे गुड़ हमारे स्वास्थ्य के लिए चीनी से ज़्यादा अच्छा होता है। उसमें कैल्शियम, आइरन और अन्य आवश्यक मिनरल्स पाए जाते हैं। इसलिए गुड़ खाने से हमारे शरीर को चीनी के दुष्प्रभाव से आराम मिलता है। चीनी तो हम यूँही चलते-फिरते खा लेते हैं। लेकिन गुड़ में एक ऐसी महक होती है, जिससे हम बार-बार गुड़ को खाना पसंद नहीं करते हैं, और हमारा गुड़ खाना भी नियंत्रण में रहता है।

    लेकिन इसे भी हमें देखकर, सही मात्रा में खाना चाहिए। चाहे गुड़ हो या चीनी, हमारा शरीर इसके मिठास को भांप ही लेता है। लेकिन गुड से हमारे शरीर का शुगर लेवेल बहुत ही धीरे बढ़ता है। चीनी का जितना जल्दी हमारे शरीर पर असर पड़ता है, उतना ही धीमा गुड़ का होता है।

    अगर आपको मधुमेह नहीं है, तो चीनी के बदले गुड़ ही हमारे लिए सबसे बढ़िया विकल्प है। लेकिन मधुमेह के रोगियों को सावधानी से ही गुड़ को खाना चाहिए, और चीनी तो बिल्कुल भी नहीं। सही कहा जाए तो, इन रोगियों को गुड़ से भी दूर ही रहना चाहिए।

    यह इसलिए क्योंकि गुड़ में अच्छी मात्रा में कार्बोहाइड्रेट्स होते तो हैं, लेकिन अन्य तत्व चीनी के होते हैं। इसके कारण मधुमेह के रोगियों को गुड़ नहीं खाना चाहिए। धीरे-धीरे ही सही, लेकिन हमारे शरीर का शुगर लेवेल बढ़ तो जाता ही है।

    बहुत लोग ये मानते हैं कि मधुमेह के समय में हम चीनी के बदले गुड़ खा सकते हैं। ये सही है कि गुड़ से हमारा स्वास्थ्य अच्छा बना रहता है, लेकिन इन फायदों से हटकर, इसमें हमारे शरीर पर बुरा असर करने की भी क्षमता है, खासकर की मधुमेह के रोगियों के लिए।

    लेकिन अगर हम सिर्फ स्वास्थ्य की नज़रों से देखें, तो गुड़ हमारे शरीर के लिए, चीनी से लाख गुना बेहतर होता है।

    गुड़ और चीनी (jaggery and sugar)

    कैलरीज़ के मामले में, गुड़ और चीनी में ज़्यादा फरक नहीं होता है। लेकिन ऐसे कई अन्य तत्व हैं जो गुड़ में पाए जाते हैं, और चीनी में नहीं। ये तत्व, हमारे शरीर के लिए बहुत ही फायदेमंद साबित हए हैं।

    मधुमेह के सुझाव/ इलाज (treatment for jaggery in hindi)

    मधुमेह का हम पूरी तरह से इलाज तो नहीं कर सकते हैं, लेकिन हमारी तबियत को बिगड़ने से रोक सकते हैं। इसके लिए हमें सिर्फ अपने खांपान और कुछ आदतों को बदलने की ज़रूरत है। जैसे कि –

    व्यायाम

    व्यायाम करने से हमारा शरीर तंदरुस्त तो रहता ही है, लेकिन साथ में हमारी कैलरीज़ भी घट जातीं हैं। इससे हमारे शरीर का शुगर लेवेल उचित मात्रा में रहता है।

    स्वास्थ्य बढ़ाने का खाना

    मधुमेह को नियंत्रण में रखने के लिए, हमें फाइबर के आहार ज़्यादा खाने चाहिए। साथ में बहुत सारे फल और सब्ज़ियाँ भी खानी चाहिए।

    धुम्रपान ना करें

    सिर्फ मधुमेह के लिए ही नहीं, इंसान को ऐसे भी धुम्रपान नहीं करना चाहिए। उससे, उसके सेहत पर बहुत ही ज़्यादा बुरा असर पड़ता है। ऐसे में मधुमेह के रोगियों को तो धुम्रपान बिल्कुल भी नहीं करना चाहिए। इससे उनकी ये बीमारी सिर्फ बढ़तीही नहीं है, बल्कि हमारे शरीर से और भी बीमारियाँ जुड़ जातीं हैं। जैसे कि – दिल के रोग, किडनी के रोग, नस के रोग, अंधापन आदि।

    कम परेशान होना

    मधुमेह से राहत पाने के लिए सबसे ज़्यादा ज़रूरी होता है कि हम किसी भी बात को लेकर परेशान ना हों। इससे हम अपना ध्यान कम रखने लगते हैं, और ये हमारे शरीर के लिए हानीकारक हो सकता है। इसलिए हमें किसी बात को लेकर परेशान नहीं होना चाहिए, बल्कि हमारे मन को शांत रखना चाहिए। साथ में, हमें हमारे नींद में भी कोई कमी नहीं लानी चाहिए। उचित समय तक हमें सोना चाहिए, जिससे हमारा मन अपने आप ही शांत रहेगा।

    इन सब के अलावा, मधुमेह के रोगियों को सही-सही समय पर अपने डॉक्टर के पास चेक-अप करवाने के लिए, जाते रहना चाहिए। इससे आपके इलाज में कोई कमी नहीं रहेगी।

    अंत में, गुड़ हमारे स्वास्थ्य के लिए अच्छा होता है, लेकिन अगर हमें मधुमेह ना हो। मधुमेह के समय में, गुड़ भी हमारे लिए अच्छा नहीं होता है। लेकिन मधुमेह होने से हमें ज़्यादा परेशान होने की ज़रूरत नहीं है, क्योंकि ऐसे समय में हम अपने शरीर को आसानी से राहत दे सकते हैं। हमारे खानपान का, और हमारी कुछ आदतों का ध्यान रखते हुए, ये मुमकिन है। लेकिन अगर हम इन बातों का ध्यान नहीं रखते हैं, तो परेशानी की बात हो सकती है।

    इसलिए मधुमेह से राहत पाना, किसी भी डॉक्टर से पहले, हम पर निर्भर करता है। ऐसे स्थिति में जीने के सही ढंग और तरीके अपनाना, हमारा काम होता है। तो ही हम स्वस्थ रह पाते हैं।

    अगर आपका इस विषय में कोई भी सवाल या सुझाव हो, तो आप नीचे कमेंट कर सकते हैं।

    3 thoughts on “मधुमेह (शुगर) में गुड़ खाना फायदेमंद है या नुकसानदायक?”
    1. kyaa zyaaada gur khaane se bhi madhumeh ho sakta hai
      i am asking this because i eat gur daily with meals can it be the cause of some disease??

      1. हाँ हमें ज्यादा गुर नहीं खाना चाहिए क्योंकि इसमें मीठा होता है एवं ज्यादा मीठा खाने से मधुमय का रोग हो सकता है।

    2. मेरे घर के दो बुज़ुर्ग मधुमेह के मरीज़ हैं। यह जानकारी काफी लाभदायक है। धन्यवाद आपका ऐसे कंटेंट शेयर करने के लिए।

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