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    जावा में लूपिंग looping in java in hindi

    विषय-सूचि

    लूपिंग (Looping in hindi)

    प्रोग्राम में कई बार हमें कुछ स्टेटमेंट्स बार बार एक्सीक्यूट करने पड़ते हैं, इसे लूप कहा जाता हैं। जावा स्टेटमेंट्स के एक ब्लॉक को बार बार एक्सीक्यूट करने के प्रक्रिया को लूपिंग कहा जाता हैं।

    लूपिंग की जरुरत और फायदे(Need of loop and advantages in hindi)

    1. कोड की क्लिष्टता और लंबाई कम होती हैं।

    जैसा की आप जानते हैं, की लूपिंग का इस्तेमाल-कुछ स्टेटमेंट्स को कई बार एक्सीक्यूट करने के लिए किया जाता हैं। अगर यही काम, दुसरे स्टेटमेंट्स की मदत से किया जाए, तो कोड की लबाई बढ़ेगी।

    2. लूप के लिए कम मेमोरी स्पेस की जरुरत होती हैं।

    अन्य जावा कण्ट्रोल स्ट्रक्चर्स या स्टेटमेंट्स की तुलना में लूप्स के लिए कम मेमोरी स्पेस की जरुरत होती हैं।

    3. एक्सीक्यूशन तेजीसे होता हैं।

    क्योंकि, लूपिंग से प्रोग्राम की लम्बाई और मेमोरी की खपत कम होती हैं, इसलिए जावा कम्पाइलर के लिए प्रोग्राम को कम्पाइल करना और रन करना आसान हो जाता हैं। और इसमें लूपिंग के बजाय लिखे गए प्रोग्राम की तुलना में कम्पाइल करने में कम समय लगता हैं।

    जावा में लूप के प्रकार (Types of loops in java in hindi)

    1.फॉर लूप(For loop)

    2.व्हाइल लूप(While loop)

    3.डू-व्हाइल लूप(Do-while loop)

    1. फॉर लूप (For loop in hindi)

    फॉर लूप में तीन मुख्य हिस्से होते हैं-इनिशियलाइजेशन, कंडीशन चेकिंग और इन्क्रीमेंट या डीक्रेमेंट। इनिशियलाइजेशन, फॉर लूप का पहला मुख्य अंग हैं। इसमें इन्क्रीमेंट या डीक्रेमेंट में इस्तेमाल किए जानेवाले वेरिएबल को इनिशियलाइज़ किया जाता हैं(इनिशियलाइजेशन की वजह से वेरिएबल को मेमोरी स्पेस आबंटित की जाती हैं। और उसे दी गयी वैल्यू भी उस मेमोरी लोकेशन पर स्टोर की जाती हैं।)

    इनिशियलाइजेशन के बाद कंडीशन चेक की जाती है और अगर कंडीशन सही हो, तो फॉर लूप के अन्दर लिखे गए स्टेटमेंट्स एक्सीक्यूट किए जाते हैं। स्टेटमेंट्स एक्सीक्यूट किए जाने के बाद वेरिएबल की वैल्यू बढ़ा दी जाती है या फिर घटा दी जाती हैं।

    सिंटेक्स

    for(initialisation ; condition ; increment/decrement)

    फॉर लूप का प्रवाह संचित्र (फ्लो चार्ट)

    उदाहरण

    public class Test

    {

    public static void main(String args[])

    {

    for(int x=20; x<30; x=x+1)

    {

    System.out.println(“Value of x:”+x);

    }

    }

    }

    2. व्हाइल लूप (While loop in hindi)

    व्हाइल लूप में पहले कंडीशन चेक की जाती हैं और अगर कंडीशन ट्रू हो तभी लूप के अंदर लिखे स्टेटमेंट्स एक्सीक्यूट किए जाते हैं। अगर कंडीशन पूरी नहीं होती हैं, मतलब गलत होती हैं, तब कण्ट्रोल लूप से बाहर आ जाता हैं।

    क्योंकि, व्हाइल लूप में शुरुवात में ही कंडीशन चेक की जाती हैं, इसी लिए व्हाइल लूप को एंट्री कंट्रोल्ड लूप कहा जाता हैं।

    सिंटेक्स-

    while(condition)

    {

    //Statements;

    }

    व्हाइल लूप का प्रवाह संचित्र (फ्लो चार्ट)

    उदाहरण-

    public class WhileDemo

    {

    public static void main(String args[])

    {

    int a=20;

    while(a<20)

    {

    System.out.println(“Value of a:”+a);

    a++;

    }

    }

    }

    3. डू-व्हाइल लूप (Do-while loop in hindi)

    व्हाइल लूप और डू-व्हाइल लूप दोनों लूप्स समान हैं, लेकिन डू-व्हाइल लूप में पहले स्टेटमेंट्स एक्सीक्यूट किए जाते है और बाद में कंडीशन चेक की जाती हैं। मतलब अगर कंडीशन सही हो या गलत, इसका लूप के डू पार्ट में लिखे स्टेटमेंट्स के एक्सीक्यूशन पर कोई असर नहीं होता।

    क्योंकि, डू-व्हाइल लूप में कंडीशन अंत में चेक की जाती है, इसी कारन इस लूप को एग्जिट कंट्रोल्ड लूप कहा जाता हैं।

    सिंटेक्स-

    do

    {

    //statements;

    }while(condition);

    डू-व्हाइल लूप का प्रवाह संचित्र (फ्लो चार्ट)

    उदाहरण-

    public class DoWhileDemo

    {

    public static void main(String args[])

    {

    int a=10;

    do

    {

    System.out.println(“Valye of a:”+a);

    a++;

    }while(a>20);

    }

    }

    जावा में लूपिंग या इससे सम्बंधित आपका कोई भी सवाल या सुझाव है, तो उसे नीचे कमेंट में लिखें।

    By प्रशांत पंद्री

    प्रशांत, पुणे विश्वविद्यालय में बीबीए(कंप्यूटर एप्लीकेशन्स) के तृतीय वर्ष के छात्र हैं। वे अन्तर्राष्ट्रीय राजनीती, रक्षा और प्रोग्रामिंग लैंग्वेजेज में रूचि रखते हैं।

    2 thoughts on “जावा में लूपिंग क्या है?”
    1. Java program likhte samay hamen loop lagaane ki kya zaroorat padti hai? Loop kitne type ke hote hai or inka use kya hota hai?

      1. उदाहरण के तौर पर अगर आपके प्रोग्राम में आपको 10 लोगों की जानकारी स्टोर करनी हैं, तो आपको हर व्यक्ति के लिए अलग कोड लिखना पड़ेगा. लेकिन अगर आप लूपिंग का इस्तेमाल करते हैं, तो आपको सिर्फ एक बार कोड लिखना पड़ेगा.

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