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    मेटास्टेटिक कैंसर metastatic cancer in hindi

    मेटास्टैटिक कैंसर क्या है? (what is metastatic cancer in hindi)

    मेटास्टैटिक कैंसर का वह प्रकार है, जो एक कोशिका बिंदु से शुरू होकर लसिका प्रणाली अथवा रक्तधारा के द्वारा पूरे शरीर में फ़ैल जाता है। इसको स्टेज 4 के कैंसर के नाम से भी जाना जाता है। यह एक प्रकार का ट्यूमर है जो एक जगह से शुरू होकर शरीर के विभिन्न भागों में फैल जाता है।

    कैंसर से ग्रसित कोशिकाएं एक ऊतक से दूसरे ऊतक तक बढ़ते जाते हैं एवं इनका आकार भी बढ़ता जाता है। जिस प्रतिक्रिया के द्वारा कैंसर की कोशिकाएं शरीर में फैलने लगती हैं, उसे मेटास्टैटिक कहा जाता है।

    कोशिकाओं से जो ट्यूमर पनपते है एवं शरीर के दूसरे भागों में फैल जाते हैं, उनको सेकेंडरी ट्यूमर कहा जाता है। यह एक गंभीर बीमारी है क्योंकि यह पूरे शरीर में फैल कर उसको काफी नुकसान पहुंचता है।

    मेटास्टैटिक कैंसर कैसे फैलता है? (how does metastatic cancer spread in hindi)

    ये मुख्यतः तब फैलना चालू करते हैं जब कैंसर की कोशिकाएं एक ट्यूमर से टूट कर दूसरे रक्तधारा या लसिका प्रणाली में प्रवेश कर जाते हैं। जिससे ये स्राव शरीर के दूसरे भागों की ओर प्रस्थान कर जाते हैं। एक भाग में पनपने के बाद ये कैंसर कोशिकाएं शरीर के दूसरे भागों में नया ट्यूमर प्रस्थापित कर देते हैं – जिससे ट्यूमर या कैंसर बढ़ने लगता है।

    जब किसी अंग के चारों ओर मेटास्टैटिक कोशिकाएं पनपनी शुरू होती हैं तो उसके कोशिकाओं के चारों ओर बहुत मात्रा में मवाद भरना चालू हो जाता है, इस प्रतिक्रिया को malignant pleural effusion कहा जाता है। फिर वहां छोटी-छोटी मेटास्टेट कोशिकाएं बननी चालू हो जाती हैं, जिन्हें peritoneal carcinomatosis कहा जाता है।

    कोई भी प्रकार का कैंसर मेटास्टैटिक रूप ले सकता है। यह इस बात पर निर्भर करता है कि कैंसर किस प्रकार का है, कितनी तेजी से बढ़ रहा है, कितने समय से उसका इलाज चल रहा है इत्यादि। अगर यह एक जगह से शरीर के कई जगहों में फैल जाये तो वह एडवांस स्टेज कहलाता है।

    लिवर, लसिका ग्रंथि, फेफरे, हड्डियों जैसे अंग मेटास्टैटिक कैंसर के द्वारा सबसे ज्यादा प्रभावित होते हैं। कैंसर का प्रकार इस बात से निर्धारित किया जाता है कि वह शरीर के किस अंग से फैलना चालू हुआ था। उदाहरणस्वरुप अगर किसी को स्किन कैंसर है जोकि हड्डियों तक फैल चुका हो, तो उसे स्किन कैंसर के साथ बोन मेटास्टेट से पीड़ित बताया जाएगा।

    मेटास्टैटिक कैंसर का इलाज (treatment of metastatic cancer in hindi)

    इस बीमारी का इलाज इस बात पर निर्भर करता है:

    • पीड़ित व्यक्ति कैंसर के किस रूप से जूझ  रहा है?
    • यह किस अंग से शुरू हुआ?
    • कैंसर कितना फैल चुका है?
    • पीड़ित का उम्र और सेहत से जुड़े पिछले रिकॉर्ड

    ये सब आवश्यक बाते जान लेने के बाद कीमोथेरेपी प्रतिक्रिया शुरू कि जाती है। अगर इससे काम न बने तो विभिन्न प्रकार के उपचारों के द्वारा प्रयास किया जाता है, जैसे कि रेडिएशन थेरेपी। अगर जरुरत पड़ी तो शैल्य चिकित्सा के द्वारा मेटास्टैटिक ट्यूमर को हटाया जाता है।

    मेटास्टैटिक कैंसर का इलाज डॉक्टरों ने दो भागों में विभाजित किया है:

    • सिस्टेमेटिक थेरेपी : इस प्रकार के इलाज में पूरे शरीर पर असर पड़ता है। इसके अंतर्गत कीमोथेरपी और दूसरे प्रकार के इलाज जैसे कि टारगेट थेरेपी, हॉर्मोन थेरेपी और दूसरे कई जैविक इलाज आते हैं।
    • लोकल थेरेपी: इसमें, शरीर का जो अंग कैंसर से प्रभावित होता है, वहां गहन रूप से इलाज किया जाता है। इसके अंतर्गत शैल्य क्रिया, रेडिएशन थेरेपी एवं अन्य दूसरे प्रकार के इलाज प्रतिक्रिया आते हैं।

    कुछ परिस्थिति में मेटास्टैटिक कैंसर पूरी तरह से ठीक हो सकता है, लेकिन ज्यादातर परिस्थितियों में यह असंभव है हालाँकि डॉक्टर इसके संकेतों को पहचान क्र इसके दुष्प्रभावों को कम कर पाने में सफल रहते हैं।

    आप अपने सवाल एवं सुझाव नीचे कमेंट बॉक्स में व्यक्त कर सकते हैं।

    2 thoughts on “मेटास्टैटिक कैंसर क्या है? जानकारी”
    1. mujhe kis tarah pata chalega ki mere motastatic cancer hai ya nahi agar nahi to mujhe kya kya precautions lene chahiye taaki mere kabhi bhi ye cancer naa ho???

    2. Motastatic cancer is kitni stages hoti Hain? Iski konsi stage last hoti hai jiske baad iska treatment nahi ho sakta?

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