विषय-सूचि
वीपीएस की फुल फॉर्म (vps full form in hindi)
वीपीएस (VPS) का फुल फॉर्म वर्चुअल प्राइवेट सर्वर (Virtual Private Server) होता है।
वीपीएस क्या है? (what is vps hosting in hindi)
वीपीएस एक ऐसी ऑनलाइन सेवा है, जिसमे आपको लगभग सारा कंट्रोल मिलता है बिलकुल वैसे ही जैसे आपको अपने कंप्यूटर में मिलता है। और कई सारे VPS सर्वर्स में तो आप ऑपरेटिंग सिस्टम भी इस्तेमाल कर सकते हैं। यह आपको एकदम नार्मल फिजिकल सर्वर जैसी ही फील देगा।
आपको ऐसा ही लगेगा की आपके पास भी एक अपना खुद का अलग सर्वर है और आप उसमे कुछ भी कर सकते हैं। लेकिन असल में वह एक पूरा सर्वर नहीं होता है। वह बस एक बड़े सर्वर के अंदर वर्चुअलइजेशन टेक्नॉलजी से बनाया हुआ एक वर्चुअल सर्वर है, जो उस बड़े सर्वर का ही हिस्सा है। लेकिन इसकी सबसे ख़ास बात यह है की यह आपको बिलकुल नार्मल फिजिकल सर्वर जैसा ही फील कराता है।
VPS होस्टिंग को हाइब्रिड होस्टिंग भी कहते है, क्योकि यह एक फिजिकल सर्वर पर शेयर किया हुआ एन्वॉयरमेंट होने के साथ साथ डेडिकेटेड सर्वर के जैसे काम करता है। इसलिए ये शेयर्ड होस्टिंग और डेडिकेटेड होस्टिंग के बिच, एक ब्रिज का काम करता है। VPS को virtual dedicated server (VDS) भी कहते है।
अब इसको उदहारण से समझिये। जिस तरह एक बड़ी बिल्डिंग में कई सारे रूम होते हैं, और उसमे आप अपने रूम के मालिक होते हैं। आप अपने रूम में चाहे जो कर सकते हैं और कोई आपके रूम में नहीं आ सकता। वर्चुअल प्राइवेट सर्वर भी ठीक इसी प्रकार का होता है।
वेब होस्टिंग क्या है? (web hosting in hindi)
वेब होस्टिंग का सिंपल मतलब है इंटरनेट पर एक जगह लेना जिसपर हम अपनी वेबसाइट को रख सकें और हमारी वेबसाइट को दुनिया भर में इन्टरनेट के जरिये कहीं से भी एक्सेस किया जा सके। इस जगह को हम वेब सर्वर कहकर रेफेर करते हैं।
वेब सर्वर एक कम्प्यूटर ही होता है जो हमारे कंप्यूटर से थोडा ज्यादा शक्तिशाली और 24*7 इन्टरनेट से जुड़ा रहता है। ये सर्वर कई तरह के होते हैं और अभी हम इनमें से ही एक प्रकार के बारे में बात कर रहे है।
किसके लिए है वीपीएस? (vps uses in hindi)
VPS को हम शेयर्ड होस्टिंग का रिप्लेसमेंट नहीं मान सकते क्यूंकि VPS एक शक्तिशाली और मेहेंगी सेवा है। जिसका इस्तेमाल हम छोटी वेबसाइट को होस्ट करने या एक सिंपल ब्लॉग बनाने के लिए इस्तेमाल नहीं कर सकते क्यूंकि अगर हम ऐसा करते हैं तो यह हमें अपनी वेबसाइट के हिसाब से काफी महंगा पड़ेगा।
और हम इसकी पूरी शक्ति को इस्तेमाल भी नहीं कर पाएंगे इसलिए VPS को इस्तेमाल करने के कुछ मानदंड हैं जैसे –
एक से ज्यादा अच्छे ट्रैफिक वाली वेबसाइट होने पर
अगर आपके पास एक से ज्यादा अच्छे ट्रैफिक वाली वेबसाइट है और शेयर्ड होस्टिंग पर होस्टेड हैं तो आपको वर्चुअल होस्टिंग एक बार जरूर उपयोग करना चाहिए क्यूंकि शेयर्ड होस्टिंग पर ज्यादा ट्रैफिक होने पर वेबसाइट की स्पीड धीरे-धीरे स्लो होने लगती हैं।
यहाँ तक की अगर आपकी एक ही वेबसाइट पर बहुत अच्छा ट्रैफिक है तो आपको VPS के बारे में जानकारी लेकर इसको एक बार जरूर उपयोग करना चाहिए।
एक शक्तिशाली वेब एप्लीकेशन बनाने के लिए
अगर आप एक डेवलपर हैं और एक शक्तिशाली वेब एप्लीकेशन जैसे फोटो एडिटर आदि बनाना चाहते हैं जो ज्यादा संसाधनों का इस्तेमाल करते हैं इसके लिए आप शेयर्ड होस्टिंग का इस्तेमाल करेंगे तो आपको काफी दिक्कतें देखने को मिल सकती हैं तो अगर आप ऐसी वेब एप्लीकेशन बनाना चाहते है तो आपको VPS का ही उपयोग करना चाहिए।
वीपीएस के फायदे (benefits of vps in hindi)
सर्वर पर बेहतर कंट्रोल
VPS की सबसे बड़ी बात यही है की इसमें आपको शेयर्ड होस्टिंग से ज्यादा कंट्रोल मिलता है। क्यूंकि इसमें आप लगभग हर चीज़ अपने हिसाब से कर सकते हैं।
यह पूरा का पूरा एक सर्वर ही होता है जिसमे सब आप ही को कंट्रोल करना पड़ता है। बिलकुल वैसे ही जैसे आप अपने कंप्यूटर को करते हैं। अगर आपको इसमें वेबसाइट होस्ट करनी है तो सारे सेटअप आप ही को करने पड़ेंगे इसलिए आपको इसके बारे में ठीक से जानकारी होना जरूरी है।
मन चाहा ऑपरेटिंग सिस्टम
VPS की एक और काफी अच्छी ख़ास बात यह है की इसमें आप ऑपरेटिंग सिस्टम अपनी मर्ज़ी से चयन कर सकते हैं। इसमें आपको बहुत ही बड़ी वैरायटी मिलती है।
इसमें आप कई तरह के ऑपरेटिंग सिस्टम मिलते हैं जैसेविंडोज,लिनक्स,उबंटू , डेबियन और मिंट आदि। ज्यादातर लोग लिनक्स का ही चयन करते हैं कुकी इसकी सिक्योरिटी सबसे बढ़िया होती है।
ज्यादा महंगा नहीं
अगर आप VPS की जगह अपना खुद का सर्वर प्रेफर करना चाहते हैं तो आपकोजान लेना चाहिए की एक पूरे सर्वर के मुकावले यह काफी सस्ता होता है। इसमें आपको मेंटेनेंस के खर्च की चिंता करने की भी कोई जरूरत नहीं।
अगर आप अपना खुद का सर्वर बनाने के बारे में सोच रहे हैं तो इसे बनाने और मेंटेनेंस करने में आपका बहुत ज्यादा खर्च होने वाला है जबकि VPS में ऐसा कुछ नहीं है और ऊपर से आप इसे जब चाहें तब छोड़ सकते हैं।
ज्यादा शक्तिशाली
हमने इसके बारे में बहुत सारे बाते की हैं तो इस बारे में तो कोई शक नहीं की यह एक नार्मल शेयर्ड सर्वर से काफी फ़ास्ट होता है। जैसा आपको पहले भी बताया गया है की आपको अगर ज्यादा संसाधनों का इस्तेमाल करने वाली वेब एप्लीकेशन बना रहें है तो आपको VPS का ही इस्तेमाल करना चाहिए।
VPS सेवा लेते समय आपके पास इसका भी आप्शन आएगा की आपको इसमें RAM और प्रोसेसर कैसे चाहिए यहाँ पर आप जिस तरह का हार्डवेयर चुनते हैं आपको बादमे उसके अनुशार ही स्पीड मिलती है।
वीपीएस के नुकसान (disadvantages of vps in hindi)
ज्यादा जानकारी की आवश्यकता
VPS की बात करें तो इसमें भी हमें कई खामियां और कमियां देखने को मिलेंगी जैसे अगर इसमें सबसे पहली कमी की बात करें तो वह यह है की आपको इसमें सबकुछ मैनेज करना पड़ता है और अगर आपको इसके बारे में पूरी जानकारी नहीं है तो आप इसे ठीक से मैनेज नहीं कर पाएंगे और ठीक से मैनेज ना होने की बजह से कई सारे सर्वर्स हैक हो जाते हैं।
छोटी वेबसाइट के लिए नहीं
VPS वैसे तो काफी ज्यादा उपयोगी है मगर छोटे ब्लॉग और वेबसाइट के हिसाब से ये शेयर्ड होस्टिंग के मुकाबले महंगा होता है। इसलिए इन्हे वो लोग इस्तेमाल नहीं कर पाते।
वीपीएस से सम्बंधित यदि आपका कोई भी सवाल या सुझाव है, तो आप नीचे कमेंट में उसे लिख सकते हैं।
good explanation about vps hosting thank you so much
धन्यवाद मित्तू!
bahut acha post hai
Vps ke bare me bahut hi achi jankari share kari hai apne