Sat. Nov 23rd, 2024
    बिस्तर गीला करना

    बच्चों में बिस्तर गीला करने की आदत बहुत आम होती है। यह सोने के दौरान उनका अपने मूत्र पर नियंत्रण नहीं रख पाने के कारण होता है।

    यह ऐसा होता है क्योंकि बच्चों के मूत्राशय बहुत छोटे होते हैं जिसके कारण वे ज्यादा देर तक मूत्र को रोक नहीं पाते हैं।

    विषय-सूचि

    आइये हम आपको 10 ऐसे घरेलू उपायों के बारे में बताते हैं जिन्हें अपनाकर आपके बच्चो की बिस्तर गीला करने की आदत से समाधान पाया जा सकता है।

    बिस्तर पर पेशाब का इलाज

    • जैतून का तेल

    जैतून का तेल है बिस्तर गीला समाधान
    जैतून का तेल

    यदि आपके बच्चे को बिस्तर गीला करने की आदत है तो आप उनके लिए जैतून के तेल का प्रयोग कर सकते हैं।

    इसके लिए आपको जैतून के तेल को गर्म करना होगा और गुनगुने तेल को बच्चे के पेट की निचले भाग में लगायें। थोड़ी देर इससे मालिश करें। यदि इसे नियमित रूप से करेंगे तो आपको जल्दी ही लाभ दिखने लगेंगे।

    • अखरोट और किशमिश

    अखरोट किशमिश बिस्तर गीला का इलाज

    अखरोट और किशमिश सभी बच्चों को अत्यधिक प्रिय होते हैं। यह उनके लिए स्वास्थ्यवर्धक नाश्ता हो सकता है और उनकी बिस्तर गीला करने की समस्या का उचित उपाय। अपने बच्चों को रात में सोने से पहले 1 चम्मच किशमिश और 2 चम्मच अखरोट खाने को दें।

    • सेब का सिरका

    सेब का सिरका बिस्तर पर पेशाब का इलाज

    सेब का सिरका पेट की एसिडिटी कम कर देता है और बच्चों में बार बार पेशाब जाने की इच्छा को कम करता है।

    इसके लिए 2 बड़े चम्मच सेब का सिरका 1 गिलास पानी में डालकर अपने बच्चों को दे दें। इस मिश्रण को उन्हें हर आहार के बाद पीने को दें।

    • बिस्तर गीला समाधान है गुड़

    बिस्तर गीला समाधान गुड़
    गुड़

    गुड़ शरीर को गर्मी प्रदान करता है। यदि बच्चे का शरीर रातभर गर्म रहेगा तो उसकी बिस्तर गीला करने की आदत भी दूर हो जाएगी।

    इसके लिए गुड़ का छोटा सा टुकड़ा गर्म दूध में मिला लें और रात में बच्चे को इसे पीने के लिए दें। यह बिस्तर गीला करने की आदत का प्राकृतिक समाधान होता है। 

    • सरसों का चूर्ण

    सरसों का चूर्ण बिस्तर गीला का इलाज

    मूत्र की समस्याओं से जूझ रहे लोगों के लिए सरसों का चूर्ण अत्यधिक लाभदायक होता है। ये बच्चों में बिस्तर गीला करने की आदत को भी दूर कर देता है।

    इसके लिए 1 गिलास गर्म दूध में 1/2 चम्मच सरसों का चूर्ण डाल दें और अपने बच्चे को पिला दें।

    • शहद है बिस्तर पर पेशाब का इलाज

    शहद बिस्तर पर पेशाब का इलाज
    शहद

    बच्चों को शहद अत्यधिक प्रिय होता है। यह बिस्तर गीला करने का प्राकृतिक उपाय हो सकता है। बच्चों को रात को सोने से पहले शहद खिला दें।

    • क्रेन्बेरी जूस है बिस्तर गीला करने का समाधान

    क्रैनबेरी जूस बिस्तर गीला करने का समाधान
    क्रैनबेरी जूस

    क्रेन्बेरी जूस मूत्राशय, मूत्र पथ और गुर्दे के लिए फायदेमंद होता है। यदि आपका बच्चा बिस्तर गीला करने की आदत से ग्रस्त है तो उसे क्रेन्बेरी जूस अवश्य पिलाएं।

    हालाँकि, रात को सोने से पहले बच्चे को तरल पदार्थ कम देने चाहिए लेकिन आप उन्हें क्रेन्बेरी जूस सोने से 1 घंटा पहले दे सकते हैं।

    • हर्बल चाय पीयें

    हर्बल चाय बिस्तर गीला का इलाज
    हर्बल चाय

    बच्चों में बिस्तर गीला करने की आदत के इलाज के लिए आप घोड़े की पूंछ, ओक छाल और बेरबेरी से एक हर्बल चाय भी बना सकते हैं। आपको सभी अवयवों की एक छोटी मात्रा को मिश्रण करना होगा और इसे उबालना होगा।

    पानी को कुछ घंटों तक उबलने दें और फिर मिश्रण को छान लें। यह संकोचन प्रतिदिन दो बार बच्चे को दिया जाना चाहिए।

    • आंवला है बिस्तर गीले करने का उपाय

    आमला है बिस्तर गीला करने का इलाज
    आमला

    आंवला कई तरह की समस्याओं से निजात पाने के लिए उपयोग किया जाता है जिसमें बिस्तर गीला करने की आदत भी शामिल है। आंवले के गूदे को मसल लें और इसमें 1 बड़ा चम्मच शहद और 1 चुटकी हल्दी चूर्ण डाल लें।

    जल्द निवारण के लिए इस मिश्रण को सुबह दिया जाना चाहिए। इसके स्थान पर आप बच्चों को काली मिर्च के चूर्ण के साथ रात में भी दे सकते हैं।

    • दालचीनी चूर्ण

    दालचीनी चूर्ण का इलाज
    दालचीनी चूर्ण

    बच्चों में बिस्तर गीला करने की समस्या से निजात पाने का यह सबसे सरल उपाय होता है। अपने बच्चे को प्रतिदिन दालचीनी की एक छाल खाने को दें। इसके अलावा आप बच्चों के खाने में दालचीनी चूर्ण का प्रयोग भी कर सकते हैं।

    3 thoughts on “बिस्तर गीला करने और बिस्तर पर पेशाब करने का इलाज”
    1. agar hamen bachche ko bistar mein peshaab chutvaana hai to hamen jaitoon kaa tel kis prakaar sevan ke liye dena chaahiye??

    Leave a Reply

    Your email address will not be published. Required fields are marked *