खेल के क्षेत्र में मिलने वाले सबसे बड़े सम्मान राजीव गाँधी खेल रत्न पुरस्कार के लिए इस साल भारतीय क्रिकेट कप्तान विराट कोहली का नामांकन हुआ है।
हालांकि ऐसा पहली बार नहीं है कि बीसीसीआई ने विराट कोहली का नाम खेल रत्न के लिए भेजा हो। वर्ष 2016 में भी एक बार विराट खेल रत्न के लिए नामांकित हुए थे लेकिन उस वक्त यह पुरस्कार रिओ ओलिंपिक पदक विजेता पीवी सिंधु, साक्षी मलिक और दीपा करमाकर को मिला था।
विराट कोहली के अलावा महान बल्लेबाज राहुल द्रविड़ का नाम द्रोणाचार्य पुरस्कार के लिए भेजा गया है वहीं बीसीसीआई की तरफ से ध्यानचंद लाइफटाइम अचीवमेंट पुरस्कार के लिए सुनील गावस्कर नामांकित हुए हैं।
इस साल हुए अंडर 19 क्रिकेट विस्वकप का विजेता भारत रहा और इस टीम का मार्गदर्शन राहुल द्रविड़ ने ही किया था। उनके ही मार्गदर्शन में 2016 में भी भारतीय टीम फाइनल में पहुंची थी। यही नहीं राहुल द्रविड़ भारत के लिस्ट ए टीम के भी कोच हैं।
एक वक्त ऐसा था जब बीसीसीआई ने द्रोणाचार्य पुरस्कार के लिए नाम भेजना स्थगित कर दिया था क्योंकि अक्सर कई कोच अपने खिलाडी की सफलता का श्रेय लेने खुद आ जाते थे।
बीसीसीआई के अनुसार एकबार भारत के एक पूर्व ओपनर ने दो नामांकन पर हस्ताक्षर किया तभी कोचों का कहना था कि खिलाडी ने उनके मार्गदर्शन में उपलब्धि हासिल की तभी से बीसीसीआई ने द्रोणाचार्य पुरस्कार के लिए नामांकन भेजना बंद कर दिया था।
सुनील गावस्कर की बात करें तो खेल जगत के लिहाज से भारतीय क्रिकेट में उनका योगदान अकल्पनीय है। बताते चले की जिन भी खिलाड़ियों को अपने खेल के दौरान अर्जुन पुरस्कार नहीं मिला होता है ध्यानचंद पुरस्कार उन्हें दिया जाता है लेकिन गावस्कर अर्जुन पुरस्कार प्राप्त कर चुके हैं। यह बड़े गर्व की बात है की फिर भी उनका नामांकन ध्यानचंद पुरस्कार के लिए किया गया है।