Fri. Nov 22nd, 2024
    राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने एकलव्य मॉडल आवासीय विद्यालय सिक्किम के प्रधानाध्यापक सिद्धार्थ योनज़ोन को किया पुरस्कृत

    राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने शिक्षक दिवस के अवसर पर 45 अत्यंत प्रतिभाशाली शिक्षकों को राष्ट्रीय शिक्षक पुरस्कार-2022 प्रदान किये। एकलव्य मॉडल आवासीय विद्यालय (EMRS), गांगयाप, सिक्किम के प्रधानाध्यापक सिद्धार्थ योनज़ोन को नई दिल्ली स्थित विज्ञान भवन में राष्ट्रपति के पुरस्कृत किया। इन शिक्षकों को देशभर से चुना गया है। इन 45 शिक्षकों में से 

    सिद्धार्थ ने अपना कार्य ‘प्रतिबद्धता’ और ‘संकल्प’ के साथ किया है। उन्होंने EMRS गांगयाप का नई उचाईयों तक पहुंचाया है। उन्होंने बास्केटबॉल खेल तथा संगीत को शिक्षा के केंद्र में रखा और यह उनका सबसे अनोखा योगदान है।

    “भारत के आदिवासी समुदाय के युवा मन के सपनों को पंख देते हुए इस शिक्षक दिवस पर सिक्किम में एकलव्य मॉडल आवासीय विद्यालय-ग्यालशिंग के प्रधानाचार्य श्री सिद्धार्थ योनजोन को आज नई दिल्ली में राष्ट्रीय शिक्षक पुरस्कार 2022 से सम्मानित किया गया” जनजातीय मामलों के मंत्रालय ने ट्वीट कर जानकारी साझा की। 

    वर्ष 2022 के लिये शिक्षकों को राष्ट्रीय पुरस्कार प्रदान करने के उद्देश्य से केंद्रीय शिक्षा मंत्रालय के स्कूल शिक्षा और साक्षरता विभाग ने राष्ट्रीय स्तर पर एक independent jury का गठन किया था। देशभर से 45 विशिष्ट शिक्षकों की सूची में से तीन चरणों की ऑनलाइन प्रक्रिया के जरिये सिद्धार्थ का चयन किया गया था।

    इस अवसर पर जनजातीय कार्य मंत्री अर्जुन मंडा ने कहा, “EMRS के एक जनजातीय स्कूली शिक्षक को तीसरी बार राष्ट्रीय पुरस्कार से सम्मानित होता देखना जनजातीय कार्य मंत्रालय के लिये गौरवशाली पल है। उन्होंने जो अनुकरणीय काम किया है, वह उत्कृष्टता के मार्ग पर अग्रसर होने में अन्य स्कूली शिक्षकों को प्रेरित करेगा।”

    उनकी उपलब्धियों का उल्लेख करते हुए मुंडा ने कहा, “मैं एकलव्य मॉडल आवासीय विद्यालय (EMRS), गांगयाप (सिक्किम) के प्रधानाचार्य श्री सिद्धार्थ योनज़ोन को राष्ट्रीय शिक्षक पुरस्कार-2022 प्राप्त करने के लिये बधाई देता हूं।”

    उल्लेखनीय है कि दूर-दराज के क्षेत्रों में जनजातीय बच्चों को बेहतर शिक्षा देने के लिये EMRS को 1997-98 में शुरू किया गया था, ताकि इन छात्रों को उच्च व व्यावसायिक शिक्षा के अवसर तथा विभिन्न सेक्टरों में उन्हें रोजगार मिल सके।

    Leave a Reply

    Your email address will not be published. Required fields are marked *