प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा है कि COVID-19 के कारण जो बच्चे अनाथ हुए हैं उनकी स्कूली शिक्षा और उच्च शिक्षा के लिए पूरा समर्थन मिलेगा। वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से बच्चों के लिए PM CARES योजना के तहत लाभ को जारी करते हुए कहा, ‘बच्चों के लिए PM CARES अपने माता-पिता को खोने के बाद बच्चों के कुछ बोझ को दूर करने के लिए एक पहल है।’
PM-CARES for Children Scheme will support those who lost their parents to Covid-19 pandemic. https://t.co/p42sktb6xz
— Narendra Modi (@narendramodi) May 30, 2022
उन्होंने कहा 18 से 23 वर्ष के बच्चों को एक fixed stipend मिलेगा और 23 वर्ष की आयु प्राप्त करने पर उन्हें दस लाख रुपये मिलेंगे। प्रधानमंत्री ने कहा, ‘PM-CARES उन लोगों की मदद करेगा जिन्हें व्यावसायिक पाठ्यक्रमों और उच्च शिक्षा के लिए शिक्षा ऋण की आवश्यकता है।’
प्रधानमंत्री ने कहा, ‘PM CARES के माध्यम से सरकार बच्चों को दैनिक जरूरत के लिए प्रति माह चार हजार रुपये प्रदान कर रही है। इस योजना के माध्यम से बच्चों को आयुष्मान स्वास्थ्य कार्ड प्रदान किया जा रहा है जिसमें पांच लाख रुपये तक के स्वास्थ्य खर्च को कवर किया जाएगा।’
उन्होंने सभी बच्चों से फिट इंडिया और खेलो इंडिया पहल में भाग लेने का आग्रह किया। प्रधानमंत्री ने सभी बच्चों को योग और फिटनेस को अपनी दिनचर्या का हिस्सा बनाने के लिए प्रोत्साहित किया।
प्रधानमंत्री ने कहा, ‘सरकार को आज आठ साल पूरे हो गए हैं और देश आत्मानिर्भरता की भावना से आगे बढ़ रहा है। सबका साथ, सबका विकास, सबका विश्वास, सबका प्रयास के माध्यम से देश में विकास और विकास हासिल करने के लिए देश अभूतपूर्व गति से आगे बढ़ रहा है।’
इस अवसर पर बोलते हुए महिला एवं बाल विकास मंत्री स्मृति ईरानी ने कहा, ‘राष्ट्र उन बच्चों के साथ खड़ा है, जिन्होंने अपने माता-पिता दोनों को COVID में खो दिया है।’
श्रीमती ईरानी ने कहा- नरेंद्र मोदी सरकार आठ साल पूरे होने के दिन स्कूली शिक्षा के लिए छात्रवृत्ति का हस्तांतरण बच्चों के लिए एक संदेश है कि देश और प्रधानमंत्री उनकी ध्यान रखते हैं और कोविड महामारी के दौरान 80 करोड़ लोगों को मुफ्त राशन मिला।