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    योगी आदित्यनाथ

    उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने प्रदेश में अपराधियों के खिलाफ कड़ा रूख अख्तियार किया है। योगी ने तल्ख लहजे मे कहा है कि राज्य में अपराधियों को उनकी भाषा में ही जवाब देने चाहिए। जो लोग बंदूक की भाषा समझते है, उन्हें उसी भाषा में समझाया जाना चाहिए। गुरुवार को गोरखपुर में बोलते हुए योगी ने कहा कि सुरक्षा की गारंटी हर इंसान को मिलनी चाहिए।

    लेकिन जो लोग यहां पर गुंडागर्दी करते है और बंदूक की भाषा समझते है उन्हें उन्ही की भाषा में जवाब दिया जाएगा। इसके लिए पुलिस प्रशासन को बिल्कुल भी परेशान होने की जरूरत नहीं है। सरकार उनके साथ पूरी तरह से खड़ी है।

    गौरतलब है कि यूपी पुलिस पिछले कुछ दिनों से लगातार अपराधियों का एनकाउंटर कर रही है जिस पर विपक्षी पार्टियों समेत कई लोगों ने निशाना साधा है। डीजीपी मुख्यालय से प्राप्त आंकड़ों के मुताबिक 20 मार्च 2017 से लेकर 31 जनवरी 2018 के बीच कुल 1142 मुठभेड़ दर्ज हुए है। जबकि पिछले 25 दिनों में हुए 60 मुठभेड़ों में आठ लोगों की मौत हो गई है। मार्च 2017 से लेकर अब तक 38 अपराधी मारे जा चुके है।

    योगी के कडे तेवर अपराधियों के खिलाफ साफ दिख रहे है। यूपी पुलिस ने इस समय ऑपरेशन ऑलआउट चला रखा है। जिसके तहत अपराधियों की धरपकड की जा रही है।

    समाजपार्टी पर साधा निशाना

    22 नवंबर को राष्ट्रीय मानवाधिकार आयोग ने पिछले छह महीनों में हुए 19 मुठभेड़ों को लेकर राज्य सरकार को नोटिस भी जारी किया था। विपक्षी सदस्यों ने भी कथित फर्जी मुठभेडों के लेकर विधानसभा व संसद में हंगामा किया था।

    समाजवादी पार्टी के विधायकों ने योगी सरकार के खिलाफ जमकर नारेबाजी की। वहीं योगी ने विपक्ष पर हमला बोलते हुए कहा कि इनके इस प्रकार के व्यवहार ने संसदीय परंपरा को तोड़ दिया है।

    समाजवादी पार्टी के सदस्यों द्वारा गवर्नर के लिए गलत भाषा का प्रयोग एक नीच कार्य है। ये सब अराजकता ही है। समाजावादी पार्टी की तरफ निशाना साधते हुए योगी ने कहा कि ये लोग अभी भी अराजकता से बाहर नहीं निकलना चाहते है।