हैती में राष्ट्रपति जोवेनेल मौसे (53) की मंगलवार रात उनके निजी आवास में गोली मारकर हत्या कर दी गई। हमले में पत्नी मार्टिनी मौसे गंभीर रूप से घायल हुई हैं। उन्हें अस्पताल में भर्ती कराया गया है। यह जानकारी देश के अंतरिम प्रधानमंत्री क्लाउड जोसेफ ने दी है। उन्होंने घटना को घृणास्पद, अमानवीय और बर्बर करार दिया है।
विश्वास जताया है कि लोकतंत्र और गणतंत्र की जीत होगी। राष्ट्रपति की हत्या के बाद हालात पर नियंत्रण के लिए नेशनल पैलेस और अन्य संवेदनशील स्थानों पर पुलिस और सुरक्षा बलों की तैनाती कर दी गई है।
क्लाउड जोसेफ ने इसकी कड़े शब्दों में निंदा की
क्लाउड जोसेफ ने कहा कि कि देश की प्रथम महिला को भी गोली मारी गई है, लेकिन इस हमले में उनकी जान बच गई है। उन्होंने हमले की कड़े शब्दों में निंदा की है। जोसेफ ने इसे एक घिनौना और अमानवीय कृत्य करार दिया है। उन्होंने देश की जनता से अपील की है कि वह अपना संयम बनाए रखे। जोसेफ ने कहा है कि देश की सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए सभी तरह के उपाय किए गए हैं। लोकतंत्र की जीत होगी।
पहले भी हत्या की कोशिश हुई
इससे पहले भी मोइस की हत्या करने की कोशिश हुई थी। इसकी जानकारी राष्ट्रपति जोवेनल मोइसी ने खुद दी थी। उन्होंने कहा था कि उनकी हत्या करने के लिए साजिश रची गई थी, जिसे उनकी सुरक्षा एजेंसियों ने फरवरी में ही नाकाम कर दिया। उन्होंने बताया था, ‘मैं पैलेस के अपने सुरक्षा प्रमुख को धन्यवाद कहता हूं, जिन्होंने यह साजिश नाकाम कर दी।
व्हाइट हाउस ने कहा, हमला भयावह और दुखद
अमेरिका ने इस हमले को भयावह और दुखद बताया है। व्हाइट हाउस ने कहा, वह अभी इस बारे में जानकारी जुटा रहा है कि वास्तव में वहां हुआ क्या था। प्रवक्ता जेन साकी ने कहा, हैती के लोगों के लिए यह एक त्रासदी है। यह एक भयानक अपराध है और हमें इस नुकसान के लिए खेद है। हम उनके साथ खड़े हैं और उन्हें किसी भी तरह की मदद के लिए तैयार हैं।
फरवरी में हैती में तख्तापलट की साजिश हुई थी
म्यांमार के बाद फरवरी में एक और देश हैती में तख्तापलट की साजिश हुई थी। यहां के राष्ट्रपति जोवेनेल मौसे ने यह दावा किया था। उस वक्त पुलिस ने 20 से अधिक ऐसे लोगों को गिरफ्तार किया था। उन्होंने कहा कि वह उनकी हत्या करना चाहते थे और फिर देश में तख्तापलट करने की कोशिश में जुटे हुए थे।
राष्ट्रपति जोवेनेल ने दावा किया था कि गिरफ्तार लोगों के खिलाफ हत्या की कोशिश करने का आरोप है और ये सभी लोग उनकी सरकार को उखाड़ फेंकने की कोशिश में जुटे हुए हैं। खास बात यह है कि गिरफ्तार लोगों में सुप्रीम कोर्ट के एक जज भी शामिल हैं, जिन्हें विपक्षी नेताओं का समर्थन प्राप्त है।