Fri. Nov 22nd, 2024

    आज जेफ बेजोस अमेजन के मुख्य कार्यकारी अधिकारी (सीईओ) का पद छोड़ने जा रहे हैं। बेजोस करीब तीन दशक से इस पद पर थे। कंपनी के अन्य हिस्सों पर ध्यान देने के लिए बेजोस अपना पद छोड़ रहे हैं। सीईओ का पद छोड़ने के बाद वे एग्जेक्यूटिव चेयरमैन बनेंगे। जेफ बेजोस के बाद अमेजन के सीईओ का पद एंडी जैसी संभालेंगे।

    अमेजन के सीईओ के पद से जेफ बेजोस के जाने की खबर कंपनी के कर्मचारियों एक चिट्ठी के जरिए मिली थी। जेफ बेजोस ने अपनी चिट्ठी में लिखा था कि, ‘अमेजन के सीईओ के पद पर होना एक बड़ी जिम्मेदारी है, जिसमें बहुत वक्त लगाना पड़ता है। ऐसे में किसी दूसरे काम में ध्यान लगाना मुश्किल होता है। एग्जेक्यूटिव चेयरमैन बनने के बाद मैं कंपनी के अन्य कामों को भी देख सकूंगा।’

    मौजूदा समय में इतनी है कुल संपत्ति

    ब्लूमबर्ग बिलेनियर इंडेक्स के अनुसार, मौजूदा समय में उनकी कुल संपत्ति 203 अरब डॉलर है और वे दुनिया के सबसे रईस शख्स हैं। 2018, 2019 और 2020 में बिल गेट्स की नेटवर्थ क्रमश: 6.12 लाख करोड़ रुपये, 6.79 लाख करोड़ रुपये और 8.58 लाख करोड़ रुपये थी। फोर्ब्स मैग्जीन के अनुसार, 1998 से लेकर अब तक उनकी संपत्ति 196 अरब डॉलर बढ़ी है।

    रिपोर्ट में यह भी बताया गया है कि बेजोस आयकर की कम राशि का भुगतान करते हैं। रिपोर्ट में न्यूयॉर्क शहर स्थित गैर-लाभकारी संगठन प्रोपब्लिका का हवाला दिया, जिसने कुछ सबसे अमीर अमेरिकियों के आंतरिक राजस्व सेवा के डाटा की जांच की। आंकड़ों में कहा गया है कि बेजोस ने 2007 में फेडरल टैक्स नहीं चुकाया था। जबकि तब भी वह अरबपति थे। 2011 में जब उनकी कुल संपत्ति 18 अरब डॉलर थी, तब भी उन्होंने फेडलर टैक्स का भुगतान नहीं किया था और उन्हें अपने बच्चों के लिए 4,000 डॉलर का कर क्रेडिट भी मिला।

    यदि इरादे नेक हों और हौसले बुलंद, तो सफलता जरूर कदम चूमती है। इसका सबसे बड़ा उदाहरण हैं अमेजन के मालिक जेफ बेजोस। कई कंपनियों में नौकरी करने के बाद बेजोस से एक ऑनलाइन बुक स्टोर खोला, जिसने उनकी किस्मत बदल दी।

    1994 में की अमेजन की शुरुआत

    वर्ष 1994 में बेजोस ने एक गैराज से अमेजन की शुरुआत की थी। तब वे पुरानी किताबों की ही बिक्री करते थे। इसके बाद जुलाई 1995 में इसकी वेबसाइट भी आ गई। अमेजन की रिपोर्ट के अनुसार, इसके करीब दो साल बाद 1997 के आखिर तक कंपनी के पास 150 से ज्यादा देशों में 15 लाख से ज्यादा ग्राहक थे।
    शुरुआती सालों में घाटे में रही कंपनी

    मालूम हो कि कंपनी को शुरुआत के कुछ सालों में घाटा हुआ था। कंपनी शुरू करने के पहले ही साल में 16 लाख रुपये से ज्यादा का नुकसान हुआ था। लेकिन बाद में हर साल मुनाफा ही हुआ। अमेजन की एनुअल रिपोर्ट्स के मुताबिक, साल 2019 ही कंपनी को 19.63 लाख करोड़ रुपये का रेवेन्यू मिला और 81 हजार करोड़ रुपये से ज्यादा का फायदा हुआ था।

    साल 2005 से हुआ मुनाफा

    1995 में कंपनी को 1.64 करोड़ रुपये का रेवेन्यू मिला था और 0.96 करोड़ रुपये का घाटा हुआ था। 2000 में कंपनी को 11,868 करोड़ रुपये का रेवेन्यू मिला था और 0.96 करोड़ रुपये का घाटा हुआ था। लेकिन साल 2005 में कंपनी को मुनाफा हुआ, जो दिन प्रति दिन बढ़ता ही गया।

    ग्राहक संतुष्टि के मूल मंत्र पर काम करती है कंपनी

    साल 2005 में कंपनी ने अमेजन प्राइम मेंबरशिप की शुरुआत की थी, जिससे कंपनी को नई ऊंचाइयां मिली। बेजोस हमेशा से ही ग्राहक संतुष्टि के मूल मंत्र पर काम करते आए हैं, जिसके लिए कंपनी ने कई प्रयोग भी किए हैं। बात अगर जेफ बेजोस की संपत्ति की करें, तो 2018 में वे दुनिया के सबसे अमीर रईस शख्स बने थे।

    2026 तक दुनिया के पहले खरबपति बन सकते हैं जेफ बेजोस

    सलाहकार फर्म कंपेरिजन की रिपोर्ट के अनुसार, कोरोना संकट में लॉकडाउन के चलते एक तरफ जहां ज्यादातर अमीरों को नुकसान हुआ है, वहीं अमेजन का कारोबार तेजी से बढ़ा है। इसकी वजह से बेजोस की संपत्ति में भी उछाल आया है। छह साल बाद यानी साल 2026 तक बेजोस की संपत्ति बढ़कर एक ट्रिलियन डॉलर यानी 1000 अरब डॉलर हो जाएगी। कंपेरिजन की यह रिपोर्ट फोर्ब्स टॉप-25 और न्यूयॉर्क स्टॉक एक्सचेंज में लिस्टेड मोस्ट वैल्यूड कंपनीज के आधार पर तैयार की गई है। सलाहकार फर्म ने शेयर बाजार में इन कंपनियों और व्यक्तियों की पिछले पांच साल की औसत वृद्धि को ध्यान में रखते हुए यह रिपोर्ट तैयार की है।

    बेजोस को मिला था यह सम्मान

    साल 1999 में टाइम मैगजीन ने जेफ बेजोस को ‘पर्सन ऑफ द ईयर’ और ‘द किंग ऑफ साइबर कॉमर्स’ की उपाधि दी गई थी। खास बात यह है कि बेजोस 35 साल की उम्र में यह पुरस्कार पाने वाले चौथे युवा थे।

    By आदित्य सिंह

    दिल्ली विश्वविद्यालय से इतिहास का छात्र। खासतौर पर इतिहास, साहित्य और राजनीति में रुचि।

    Leave a Reply

    Your email address will not be published. Required fields are marked *