महाराष्ट्र की उद्धव ठाकरे सरकार ने आखिरकार अनलॉक प्लान घोषित कर दिया। नए प्लान पर सोमवार से अमल शुरू हो जाएगा। महाविकास आघाड़ी सरकार द्वारा घोषित पांच स्तरीय प्लान साप्ताहिक पाजिटिविटी दर एवं जिलों में आक्सीजन बेड की खपत के आधार पर तैयार किया गया है। बता दें कि बीते कुछ दिनों से अनलॉक प्लान का लेकर राज्य में असमंजस की स्थिति पैदा हो रखी थी।
गाइडलाइंस के मुताबिक लोक स्वास्थ्य विभाग हर गुरुवार को स्थिति का आकलन करेगा। महाराष्ट्र सरकार के आदेश के मुताबिक, अनलॉक के लेवल 1 में सबसे कम प्रतिबंध हैं जबकि लेवल 5 में सबसे अधिक प्रतिबंध होंगे। या यूं करें तो लेवल पांच में लॉकडाउन जैसे ही हालात रहेंगे। तो चलिए जानते हैं किस लेवल में क्या छूट रहेगी और क्या नहीं।
लेवल-1 में उन जिलों को रखा गया है, जहां कोरोना मामलों की पाजिटिविटी दर पांच फीसद से कम आक्सीजन बेड की खपत 25 फीसद से कम रहेगी। लेवल-2 के जिलों में पाजिटिविटी दर पांच फीसद से कम एवं आक्सीजन बेड की खपत 25 से 40 फीसद के बीच, तथा लेवल-3 में पाजिटिविटी दर पांच फीसद से कम एवं आक्सीजन बेड की खपत 10 से 40 फीसद के बीच होनी चाहे। लेवल-4 एवं 5 में उन जिलों को रखा जाएगा जिनमें संक्रमण दर अभी भी नियंत्रण में नहीं आ सकी है। इनमें लेवल-4 के जिलों में कोरोना पाजिटिविटी दर 10 से 20 फीसद के बीच एवं आक्सीजन बेड की खपत 60 फीसद से अधिक होनी चाहिए, तथा लेवल-5 में पाजिटिविटी दर 20 फीसद से अधिक एवं आक्सीजन बेड की खपत 75 फीसद से अधिक होनी चाहिए।
नए दिशा-निर्देशों के मुताबिक लेवल-1 एवं दो के जिलों में सरकारी कार्यालयों में पूरी उपस्थिति की अनुमति होगी एवं निजी क्षेत्र के भी सभी कार्यालय खुलेंगे। इन दोनों लेवल के जिलों में सार्वजनिक स्थल, पार्क, मैदान, साइकिल चलाने, टहलने, फिल्मों व धारावाहिकों की शूटिंग करने, अंत्येष्टि में लोगों के शामिल होने, निर्माण कार्यों, कृषि कार्यों, ई-कामर्स गतिविधियों आदि की छूट मिल जाएगी। लेवल-1 में लोकल ट्रेनें सामान्य रूप से चलने लगेंगी। लेकिन लेवल-2 में अभी स्वास्थ्य की स्थिति को देखने के बाद ही निर्णय किया जाएगा। मुंबई जैसे लेवल-2 के शहरों में लोकल ट्रेनें अभी स्वास्थ्य एवं अन्य जरूरी सेवाओं से जुड़े लोगों के लिए ही उपलब्ध होंगी।