पश्चिम बंगाल में ममता बनर्जी ने 5 मई को तीसरी बार मुख्यमंत्री पद की शपथ ली थी। उन्हें शपथ लिए हुए अभी 10 दिन भी पूरे नहीं हुए हैं और राज्यपाल जगदीप धनखड़ के साथ उनकी तनातनी शुरू हो गई है। बुधवार को पूरा दिन राज्यपाल जगदीप धनखड़ और सीएम ममता बनर्जी को लेकर ‘लेटर वॉर’ चलती रही है। पहले ममता ने उन्हें लेटर लिखा, फिर उसके जवाब में राज्यपाल ने उन्हें लेटर लिखा।
पश्चिम बंगाल के राज्यपाल जगदीप धनखड़ आज राज्य के अपराध जांच विभाग के साथ विधानसभा चुनाव मतदान के चलते सीतलकुची में हुई फायरिंग और 2 मई को आए चुनाव परिणामों के बाद बंगाल में हिंसा की स्थिति का अवलोकन करने के लिए सीतलकुची और अन्य स्थानों पर जाकर खुद जांच करेंगे। इसी जांच को लेकर पश्चिम बंगाल की सत्ता में बैठी सरकार और मुख्यमंत्री ममता बनर्जी और राज्यपाल जगदीप धनखड़ के बीच अनबन दिखाई दे रही है।
ममता बनर्जी ने चिट्ठी में लिखा, “मुझे सोशल मीडिया से पता चला कि आप 13 मई को कूच बिहार के दौरे पर जा रहे हैं। ये राज्य में दशकों से चले आ रहे नियमों का उल्लंघन है। इसलिए मैं उम्मीद करती हूं कि आप प्रोटोकॉल का पालन करेंगे और अपने दौरे को टाल देंगे”। ममता ने लिखा कि राज्यपाल ने परंपराओं के खिलाफ जाकर राज्य सरकार की सलाह लिए बगैर कूच बिहार का दौरा करने का फैसला किया है। उन्होंने धनखड़ से आग्रह किया कि वह “मैनुअल एंड प्रोटोकॉल एंड सेरेमनी, गवर्नमेंट ऑफ़ वेस्ट बंगाल, होम डिपार्टमेंट 1990” के तहत यह अपना यह दौरा रद्द कर दें। लेकिन वही गवर्नर धनखड़ ने उन्हें वापस जवाब देते हुए कहा कि पश्चिम बंगाल में शासन संवैधानिक मानदंडों और कानून के शासन से बहुत दूर हो गया है”।
पश्चिम बंगाल के राज्यपाल जगदीप धनखड़ कोलकाता से बीएसएफ हेलीकॉप्टर द्वारा चुनाव के बाद हिंसा प्रभावित क्षेत्रों में पहुंचेंगे और वहां का दौरा करेंगे। राज्यपाल माथाभांगा, सीताई और दिनहाटा भी जाएंगे।
“मैं कूच बिहार के सीतलकुची और अन्य स्थान जो हिंसा प्रभावित क्षेत्रों में आते हैं, उनका दौरा कर पीड़ितों से मिलूंगा” – राज्यपाल जगदीप धनखड़
नवनिर्वाचित ममता बनर्जी की अगुवाई वाली सरकार ने सीतलकुची में गोलीबारी की घटना की सीआईडी जांच का आदेश दिया था। विधानसभा चुनाव के चौथे चरण के मतदान के दौरान विधानसभा क्षेत्र बूथ 126 में केंद्रीय औद्योगिक सुरक्षा बल (सीआईएसएफ) के जवानों ने आत्मरक्षा” में कथित तौर पर गोलीबारी की जिसमें 4 लोगों की मौत हो गई थी।
ये पहली बार नहीं है जब राज्यपाल जगदीप धनखड़ और ममता बनर्जी के बीच तनातनी हुई है। इससे पहले भी कई मौकों पर दोनों के बीच वार-पलटवार होते रहे हैं। शपथ वाले दिन ही राज्यपाल ने ममता बनर्जी को राज्य में हिंसा रोकने की नसीहत दी थी। इस पर ममता ने जवाब दिया था कि राज्य अभी भी चुनाव आयोग के हवाले है।