चुनाव आयोग ने कुछ राज्यों में विधानसभा चुनावों की तारीखों का ऐलान कर दिया है। इसके बाद आचार संहिता भी लागू हो चुकी है और अब नेताओं की रैलियों का दौर थमने को है। इन विधानसभा चुनावों में सबसे चर्चित प्रदेश पश्चिम बंगाल में आए दिन कोई न कोई बड़ी राजनीतिक घटना हो रही है। आज ही पश्चिम बंगाल बीजेपी ने ममता बनर्जी को बाहरी बता दिया है। बंगाल बीजेपी ने अपने ट्विटर हैंडल से एक पोस्टर जारी किया है।
इस पोस्टर में बंगाल में बीजेपी की महिला नेताओं के फोटो हैं। इसके साथ ही ममता बनर्जी का फोटो लगाकर लिखा है कि बंगाल को बेटी चाहिए बुआ नहीं। तृणमूल कांग्रेस पिछले 10 सालों से बंगाल में शासन कर रही है और आगामी 30 मई को तृणमूल कांग्रेस का कार्यकाल पूरा होने को है। बीजेपी और कांग्रेस के बीच कड़ी टक्कर चल रही है।
ममता बनर्जी अपनी साख को बचाने की पूरी पूरी कोशिश कर रही हैं। लेकिन बीजेपी ने भी अपने सारे दांव खेल लिए हैं और ममता बनर्जी की पार्टी को कमजोर कर दिया है। पहले ममता बनर्जी नरेंद्र मोदी और अमित शाह को बाहरी बता कर लोगों के मन में जगह बनाने की कोशिश कर रही थी। ऐसे में बंगाल बीजेपी के पोस्टर ने उनकी छवि को प्रभावित करने का काम किया है। तृणमूल कांग्रेस ने ममता बनर्जी को बंगाल की बेटी के रूप में वोटरों के सामने दिखाने की कोशिश की है। लेकिन बीजेपी के पोस्टर ने उन्हें बंगाल की बेटी के बजाए बंगाल की बुआ घोषित कर दिया है। इसके जवाब में तृणमूल कांग्रेस ने कहा है कि बंगाल को अपनी बेटी पसंद है।
कुल मिलाकर अब यह लड़ाई तू तू मैं मैं को छोड़कर रिश्तों को आधार बनाकर सियासत करने पर आ चुकी है। बंगाल बीजेपी के पोस्टर में जिन नेताओं के फोटो हैं उनमें रूपा गांगुली, लॉकेट चटर्जी, भारती घोष, अग्निमित्र और देबश्री चौधरी शामिल हैं। बंगाल में 294 सीटों पर 8 चरणों में चुनाव होना है। जो कि 6 अप्रैल को शुरू होगा और 29 अप्रैल को खत्म होगा। पिछली बार के विधानसभा चुनाव में बीजेपी को कड़ी शिकस्त मिली थी, लेकिन इस बार बीजेपी फुल फॉर्म में लड़ने को तैयार है।
बीजेपी के नेता पहले ही घोषणा कर चुके हैं कि बंगाल में बीजेपी 200 से ज्यादा सीटें लेकर विजई होगी। वहीं तृणमूल कांग्रेस का कहना है कि बाहरी व्यक्ति आकर बंगाल पर शासन नहीं कर सकेगा। अब ये चुनावी मुकाबला काफी दिलचस्प होने वाला है। बीजेपी ने तृणमूल कांग्रेस को हराने के लिए हर तरह के हथकंडे अपना लिए हैं।
कुछ समय पहले तक बीजेपी के तमाम बड़े नेता बंगाल में रैलियां करके लोगों अपनी तरफ करने की पूरी कोशिश भी कर चुके हैं। अब बंगाल की जनता को यह तय करना है कि बंगाल में मुख्यमंत्री की कुर्सी पर किस पार्टी का नेता बैठेगा। ममता बनर्जी अपने आप को लोगों का हितैषी बताने और बंगाल की मिट्टी से जुड़े होने का प्रयास लगातार करती जा रही हैं। लेकिन स्थिति 2 मई के बाद तक ही साफ हो पाएगी कि बंगाल में सीएम की कुर्सी किस को मिलेगी।