प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आज केंद्र शासित प्रदेश पांडिचेरी की यात्रा की और प्रदेश को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कई सौगातें भी दी। साथ ही उन्होंने कांग्रेस पर भी जमकर हमला बोला है। कुछ समय पहले तक प्रदेश में कांग्रेस की सरकार थी, जो हाल फिलहाल में ही गिरी है। इसके बाद प्रधानमंत्री मोदी ने वहां रैली कर लोगों को भाजपा की तरफ ले जाने का प्रयास किया है। उन्होंने कांग्रेस पर हमला बोलते हुए कहा है कि कांग्रेस आम लोगों के लिए काम करने में कोई विश्वास नहीं रखती।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अपनी यात्रा के दौरान सागर माला योजना के तहत माइनर तट का शिलान्यास किया। वहीं जिले में एक मेडिकल कॉलेज के निर्माण की आधारशिला भी रखी। उन्होंने यहां एकत्रित जन सभा को संबोधित किया। उन्होंने पांडिचेरी को कवियों और विद्वानों की भूमि बताया। उन्होंने कहा कि इन परियोजनाओं से लोगों की जिंदगी में काफी बदलाव आएगा ऐसा उन्हें विश्वास है। इसके बाद ट्विटर पर #pondicherrywelcomeModiji भी ट्रेंड करने लगा।
प्रधानमंत्री ने यहां बहुत सी योजनाओं का शिलान्यास किया। पांडिचेरी के माइनर पोस्ट परियोजना पर लगभग ₹44,00,00,000 का खर्चा होने की संभावना है। वहीं 2,426 करोड़ रुपए सत्यनाथपुरम नागापट्टनम मार्ग पर खर्च किया जाना प्रस्तावित है। इसके अलावा एक महिला छात्रावास, पोस्ट ग्रेजुएशन व रिसर्च संस्थान, एथलेटिक ट्रैक आदि जैसी कई परियोजनाओं का प्रधानमंत्री ने शिलान्यास किया।
इस समय पांडिचेरी का राजनीतिक माहौल पूरी तरह से बदला हुआ है। कांग्रेस की सरकार के मुख्यमंत्री वी नारायणसामी ने कुछ समय पहले ही पांडिचेरी के मुख्यमंत्री के पद से इस्तीफ़ा दे दिया था।फिलहाल यहां किसी राजनीतिक दल ने अपनी दावेदारी पेश नहीं की है और जल्द ही राष्ट्रपति शासन लगने की पूरी पूरी संभावना जताई जा रही है। अप्रैल-मई में राज्य में विधानसभा चुनाव होने हैं और अब बीजेपी इस मौके को गंवाना नहीं चाहती है।
आगामी विधानसभा के चुनावों के चलते भी इस समय प्रधानमंत्री के इस दौरे को महत्वपूर्ण माना जा सकता है। प्रधानमंत्री का कांग्रेस की तरफ आक्रामक होना भी इस बात का प्रमाण है कि भाजपा का यह दौरा पूरी तरह से राजनीतिक ही है। हालांकि प्रधानमंत्री ने राज्य को बहुत सी परियोजनाओं की सौगात दी है, उसको भी नकारा नहीं जा सकता।
बहरहाल राज्य की राजनीतिक अस्थिरता के बीच यह दौरा प्रदेश की स्थिति को बेहतर करने में कारगर साबित होगा। यदि कोई राजनीतिक दल जल्द ही अपनी दावेदारी पेश नहीं करता है तो यहां राष्ट्रपति शासन लगा दिया जाएगा। प्रदेश में राजनीतिक माहौल ज्यादा बिगड़ना तब शुरू हुआ था जब सत्ताधारी सरकार ने उप राज्यपाल किरण बेदी को उनके पद से हटा दिया था। उसके बाद 22 फरवरी को प्रदेश के मुख्यमंत्री ने भी अपना इस्तीफ़ा दे दिया और उसे राष्ट्रपति ने मंज़ूर भी कर लिया था। प्रधानमंत्री ने आज अपने भाषण में कांग्रेस को जमकर घेरा है। इससे कांग्रेस की छवि को नुकसान होना संभव है। संभव है कि अगले विधानसभा चुनाव में बीजेपी प्रदेश में भी एंट्री ले ले। बंगाल के बाद बीजेपी का अगला लक्ष्य पांडिचेरी हो सकता है। इसके लिए पार्टी अभी से प्रदेश में अपनी छवि सुधारने में जुट चुकी है।