एक पर्यावरण कार्यकर्ता और 21 साल की लड़की दिशा रावी को बेंगलुरू से गिरफ्तार किया गया। ग्रेटा थनबर्ग के द्वारा शेयर की गई टूलकिट से संबंधित आरोपों के तहत उस को गिरफ्तार किया गया है। गिरफ्तारी के बाद अब विपक्षी पार्टियों का कहना है कि 21 साल की लड़की को गिरफ्तार करना नैतिक रूप से ठीक नहीं है। हालांकि इसके बाद ऐसे बयानों पर पलटवार भी हो रहे हैं लेकिन विपक्ष के सभी पार्टियां दिशा रवि को लेकर एकजुट होती दिख रही हैं।
दिशा एक पर्यावरण कार्यकर्ता है और उसे बेंगलुरु से गिरफ्तार किया गया है। रविवार को उसने दिल्ली की पटियाला हाउस कोर्ट में भी पेशी दी थी और वहां उसने अपने पक्ष को खुद रखा था क्योंकि उसके पास कोई वकील मौजूद नहीं था। दिशा 5 दिन की पुलिस रिमांड पर है। उस पर देशद्रोह की साजिश रचने का आरोप है। टूलकिट के मामले में यह पहली गिरफ्तारी है। पुलिस के अनुसार इस टूलकिट के माध्यम से देश में असामाजिक गतिविधियां व अशांति फैलाने का प्रयास किया जाने वाला था।
पुलिस ने यह भी आरोप लगाया है कि दिशा रावी भारत में एक और खालिस्तानी संगठन तैयार करने की फिराक में थी। हालांकि न्यायिक हिरासत में उससे और पूछताछ की जाएगी जिसके बाद केस ज्यादा साफ हो पाएगा। लेकिन दिशा रावी की गिरफ्तारी के बाद अरविंद केजरीवाल से लेकर प्रियंका गांधी तक सब एक ही सुर में विरोध करते नजर आ रहे हैं।
बता दें कि गणतंत्र दिवस के दिन किसान आंदोलन में हिंसा हुई थी, उसके बाद से विदेशों से काफी बड़े-बड़े सेलेब्रिटीज़ इस मामले पर भारत को घेर रहे थे। इसके बाद स्वीडन की पर्यावरण कार्यकर्ता ग्रेटा थनबर्ग ने एक पोस्ट ट्वीट किया था जिसमें यह पाया गया कि यह पूरा का पूरा आंदोलन भारत की छवि को अंतरराष्ट्रीय स्तर पर बदनाम करने के लिए रचा गया है।
इसी के तहत पुलिस ने कार्यवाही शुरू करी और सबसे पहली गिरफ्तारी हुई 21 साल की लड़की दिशा रावी की। दिशा पर्यावरण कार्यकर्ता है और उस पर आरोप है कि उसने देशद्रोह की साजिश रची है। दिशा रावी पर ग्रेटा थनबर्ग की टूलकिट को एडिट कर के प्रमोट करने का भी आरोप है। इस मामले में दो और आरोपियों शांतनु और निकिता का भी नाम सामने आ रहा है और उनकी भी गिरफ्तारी जल्द ही की जानी है। इसके लिए दिल्ली पुलिस प्रयास कर रही है।
फिलहाल दिशा रावी की गिरफ्तारी पर ट्विटर पर तमाम विपक्षी पार्टियां यह कहकर केंद्र सरकार को घेर रही हैं कि 21 साल के बच्चे को गिरफ्तार करना लोकतंत्र में नैतिकता की दृष्टि से गलत है। दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने ट्वीट करने का लिखा की 21 साल की दिशा रावी को गिरफ्तार करना लोकतंत्र पर हमला है। किसानों का समर्थन करना कोई क्राइम नहीं है, जिसके लिए पुलिस किसी को गिरफ्तार करे। इस पर कपिल मिश्रा ने उनपर तंज कसते हुए कहा है कि दिल्ली में हुई रिंकू शर्मा हत्याकांड पर चुप रहने वाले केजरीवाल एक देशद्रोही के समर्थन में खुलकर सामने आ रहे हैं। इतिहास में अरविंद केजरीवाल को एक वालों को एक गिरे हुए नेता के तौर पर देखा जाएगा।