भारत और चीन के लद्दाख बॉर्डर विवाद पर आर्मी चीफ जनरल मनोज मुकुंद नर्वणे का बयान आया है। मनोज मुकुंद नर्वण ने मंगलवार को एक कांफ्रेंस के दौरान सेना से जुड़े मुद्दों पर बात की। उन्होंने कहा की सेना किसी भी तरह के खतरे से निपटने के लिए पूरी तरह से तैयार है। आर्मी चीफ ने इस कॉन्फ्रेंस में सेना के सामने आने वाली परेशानियों या खतरों के बारे में चर्चा की। भारत के पड़ोसी देशों से भारतीय सेना को काफी खतरा हो सकता है। लेकिन आर्मी चीफ के अनुसार सेना पूरी तरह से किसी भी समस्या से लड़ने के लिए तैयार है।
भारत-चीन विवाद पर आर्मी चीफ ने कहा कि पूर्वी लद्दाख में चीन के साथ जो तनातनी चल रही है, उम्मीद है कि उसका जल्दी ही कोई समाधान निकाला जा सकेगा। समाधान शांतिपूर्ण होगा इसकी पूरी उम्मीद है। लेकिन हमारी सेना किसी भी तरह की संभावना के लिए पूरी तरह से तैयार है। उन्होंने कहा कि हमारी आर्मी हर वक्त चौकन्नी है और उत्तरी बॉर्डर पर भी पूरी तरह से अलर्ट है। आर्मी प्रमुख ने आगे कहा कि जहां भी चाइना की दखल का अंदेशा है, वहां सेना वक्त वक्त पर निगरानी करती रहती है।
वहीं आर्मी चीफ ने पाकिस्तान के बारे में कहा कि पाकिस्तान को भारत की तरफ से आतंक पर जीरो टॉलरेंस का संदेश दिया जा चुका है। हम शांति चाहते हैं लेकिन यदि पाकिस्तान अपनी आतंकी गतिविधियों से बाज नहीं आता है तो हम इसे बिल्कुल भी नहीं सहेंगे। हम किसी भी वक्त उसकी हरकतों पर मुंह तोड़ प्रतिक्रिया दे सकते हैं। साथ ही आर्मी प्रमुख ने यह भी कहा कि साल 2020 बेहद चुनौतीपूर्ण था, हमें आने वाले साल में नए बदलावों और उम्मीदों का साथ थम कर चलना होगा। साथ ही उन्होंने यह भी कहा कि जुलाई 2021 तक भारतीय सेना में महिलाओं की पायलट ट्रेनिंग शुरू होने की पूरी संभावना है।