साल 2020 खत्म होने को है और इस साल का सबसे चर्चित सुशांत सिंह राजपूत आत्महत्या केस अभी तक नहीं सुलझा है। सुशांत की मौत के बाद बॉलीवुड के प्रति लोगों का नजरिया पूरी तरह बदला और राजनीति व पत्रकारिता के क्षेत्र में भी बहुत से विवाद हुए। सुशांत की मौत हत्या थी या आत्महत्या, इसकी निष्पक्ष जांच की मांग जब तेज हुई तो सीबीआई के हाथों में केस सौंपा गया।
आज सीबीआई जांच को 145 दिन पूरे हो चुके हैं लेकिन अभी तक कोई पुख्ता बयान सीबीआई जारी नहीं कर पायी। सीबीआई किसी ठोस नतीजे पर नहीं पहुंच पायी है। सीबीआई हर तरह की आधुनिक तकनीकी का इस्तेमाल कर रही है। जांच निष्पक्ष हो और कोई पहलू छूटे नहीं इसके लिये हर तरह की कोशिशें की जा रही हैं। लेकिन सुशांत की मौत को दोनो पहलुओं से देखने के बाद भी किसी एक पर नतीजा नहीं निकल रहा।
सीबीआई ने ज्यादा जानकारी सार्वजनिक नहीं की लेकिन बताया है कि सुशांत की मौत की जांच दोनों पहलुओं, आत्महत्या और हत्या को ध्यान में रखकर की जा रही है। जांच जहां तक भी पहुंची है, उसमें किसी नतीजे पर पहुंच पाना मुश्किल है। दोनों में से किसी भी संभावना को नकारा नहीं जा सकता। जांच के लिये हर नई तरह की एडवांस तकनीकी का सहारा लिया जा रहा है।
वहीं सोशल मीडिया पर आये दिन नयी मांगे उठ रही हैं। कुछ लोगों का कहना है कि सुशांत की पूर्व सैक्रेटरी की मौत की जांच भी सीबीआई को करनी चाहिए। इसके समर्थन में हैशटैग भी चलाये गये थे। लोगों का मानना है कि सुशांत की पूर्व सैक्रेटरी की मौत के तार सुशांत के केस से जुड़े हुए हैं। अब सीबीआई की इसपर क्या प्रतिक्रिया रहती है ये स्पष्ट नहीं है। लेकिन इतना तय है कि जल्द ही सुशांत की मौत की गुत्थी सुलझ सकती है।