कोरोना के बाद कोरोना के स्ट्रेन ने दहशत फैलाई हुई है। ब्रिटेन में मिले कोरोना के स्ट्रेन का प्रसार भारत तक भी हो चुका है। कल तक मात्र 6 लोगों में नए स्ट्रेन की पुष्टि हुई थी लेकिन आज ये आंकड़ा 20 के करीब पहुंच चुका है। इस स्ट्रेन से संक्रमित मरीजों में एक दो साल की बच्ची भी शामिल है। इस स्ट्रेन के कारण कोरोना 70 गुना तेजी से फैल रहा है। इसके बारे में स्वास्थ्य मंत्रालय ने भी लोगों को आगाह कर दिया है।
इस वायरस का विस्तार सामान्य कोरोना से 70 फ़ीसदी ज्यादा तेजी से होता है। जिसके कारण ये ज्यादा खतरनाक माना जा रहा है। स्वास्थ मंत्रालय ने कहा है कि टेस्टिंग में कोई लापरवाही नहीं बरती जानी चाहिए। फिलहाल में जो भी लोग विदेश यात्रा करके आए हैं उन्हें अपनी जांच करवानी चाहिए। जो भी लोग नए वायरस की चपेट में आए हैं उन्हें आइसोलेशन में रखा गया है। एहतियात के तौर पर बहुत सी विदेशी फ्लाइट्स रद्द हो चुकी हैं। इंटरनेशनल यात्री फ्लाइट्स पर 31 जनवरी तक रोक लगाई गई है। DGCA ने आदेश जारी कर के रोक की अवधि बढ़ाई है। लेकिन कार्गो फ्लाइट्स व विशेष अनुमति प्राप्त फ्लाइट्स चलती रहेंगी।
स्वास्थ्य मंत्रालय के एक बयान के मुताबिक कोरोना की जो वैक्सीन तैयार हो रही है वो नए स्ट्रेन से लड़ने में भी मददगार होगी। उम्मीद की जा रही है कि नए साल तक वैक्सीन को मंजूरी मिल सकती है। और उसके बाद लोगों को यह वैक्सीन मिलनी शुरू हो जाएगी। भारत में कोरोना मरीजों की संख्या एक करोड़ को पार कर चुकी है। लेकिन वहीं रिकवरी रेट भी बेहतर बना हुआ है। अनुमान लगाया जा रहा है कि भारत में भी कोविडशील्ड वैक्सीन को आज अप्रूवल मिल सकता है। इसके लिए आज सब्जेक्ट एक्सपर्ट कमिटी ने एक मीटिंग रखी है।