रिपब्लिक टीवी के सीईओ विकास खानचंदानी को रविवार के दिन मुम्बई पुलिस ने उनके घर से ही गिरफ्तार कर लिया। विकास की गिरफ्तारी का कारण टीआरपी घोटाला बताया जा रहा है। टीआरपी घोटाले में विकास से पहले 12 लोग और गिरफ्तार हो चुके हैं। रिपब्लिक टीवी के और भी कई कर्मचारियों को मुम्बई पुलिस द्वारा हिरासत में लिया जा चुका है।
इसपर रिपब्लिक के एडिटर इन चीफ अर्नब गोस्वामी ने गिरफ्तारी को अवैध करार दिया है। अर्नब ने कहा है कि मुम्बई पुलिस हमारे कर्मचारियों का उत्पीड़न कर रही है। बकौल अर्नब, टीआरपी का मामला ट्राई के अंतर्गत आता है। तो ऐसे में मुम्बई पुलिस किस आधार पर मीडिया कर्मचारियों की गिरफ्तारी कर सकती है। अर्नब ने सुप्रीम कोर्ट से इस मामले में संज्ञान लेने की अपील की है।
अर्नब ने पुलिस पर भी सवाल उठाये हैं। उन्होंने कहा कि बेल की सुनवाई से पहले उन्हें धमकियां मिल रही हैं। इससे पहले टीआरपी मामले में अर्नब की गिरफ्तारी भी हुयी थी। अर्नब ने पुलिस की मंशा पर शंका जाहिर की है। उनका कहना है कि पुलिस के पास गिरफ्तारी के लिये कागजात भी नहीं थे। सोशल मीडिया पर भी यूजर्स रिपब्लिक का समर्थन कर रहे हैं।