अभिनेत्री उर्मिला मातोंडकर ने कल आधिकारिक रूप से शिव सेना की सदयस्ता ले ली है। आपको बता दें कि उर्मिला पिछले साल लोकसभा चुनाव से पहले कांग्रेस से जुडी थी, लेकिन चुनावों में करारी हार के बाद उन्होनें कांग्रेस पार्टी से इस्तीफा दे दिया था। अब हालाँकि शिवा सेना ने उर्मिला का नाम एमएलसी से लिए प्रस्ताव किया है।
कार्यक्रम के दौरान उर्मिला से कंगना रनौत पर टिपण्णी करने के लिए पूछा गया था। जाहिर है कंगना ने पहले उर्मिला को ‘सॉफ्ट पोर्नस्टार’ बताया था।
इस दौरान उर्मिला ने कंगना रनौत पर टिपण्णी करने से मना कर दिया और यह साफ़ किया कि वे कंगना की ‘फैन’ नहीं हैं।
उन्होनें कहा, “मुझे लगता है कि कंगना के बारे में काफी कुछ कहा जा चुका है। उन्हें इतना महत्व देने की जरूरत नहीं है। सभी को आलोचना करने का अधिकार है। मैं हालाँकि यह साफ़ करना चाहती हूँ कि मैंने कभी कंगना के बारे में कुछ भी नहीं कहा है।”
शिव सेना के नेताओं के मुताबिक जिस तरह से उर्मिला मातोंडकर ने कंगना को जवाब दिया था, वह काफी सराहनीय है। जाहिर है पिछले कुछ समय से कंगना रनौत और शिव सेना के नेताओं के बीच जवाबी हमले जारी हैं। कंगना ने मुंबई को पाकिस्तान अधिकृत कश्मीर के बराबर बता दिया था, जिसके बाद शिवसेना नेता संजय राउत ने उनपर तल्ख़ टिपण्णी की थी।
इस दौरान उर्मिला ने यह भी कहा कि जिस तरह उद्धव ठाकरे की सरकार कोरोनावायरस और अन्य मुद्दों पर काम कर रही है, वह काफी सराहनीय है।
आपले आशिर्वाद आपला विश्वास सदैव सोबत रहावा 🙏🏼#जयमहाराष्ट्र 🙏🏼 pic.twitter.com/yhejxjb1QE
— Urmila Matondkar (@UrmilaMatondkar) December 1, 2020
उद्धव ठाकरे की पत्नी रश्मि ने उर्मिला के हाथ पर ‘शिव बंधन’ बांधकर उन्हें आधिकारिक रूप से पार्टी में शामिल किया।
उर्मिला ने इस दौरान कहा, “मुझे कांग्रेस पार्टी छोड़े 14 महीनें हो गए हैं, ना कि 14 घंटे। इसमें बहुत फर्क होता है जब लोग एक पार्टी छोड़ें और तुरंत दूसरी पार्टी ज्वाइन कर लें। मुझे लगता है कि महाविकास अघाड़ी सरकार ने राज्य ने काफी सराहनीय काम किया है। कोरोना संक्रमण से पहले इस सरकार को सिर्फ तीन महीनें काम करने लिए मिले थे और उद्धव जी ने काफी सराहनीय काम किया है।”
उन्होने आगे कहा, “हिंदुत्व का अर्थ अन्य धर्मों से घृणा करना नहीं है। मैं जन्म से हिंदू हूं। मैं धर्म के बारे में बहुत कुछ बोल सकती हूं क्योंकि मैंने इसका अध्ययन किया है। इसके बारे में बोलने की ज़रूरत कभी नहीं पड़ी।”