राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (राकांपा) के अध्यक्ष शरद पवार के नई दिल्ली स्थित आधिकारिक आवास से सुरक्षा हटाए जाने को बदले की राजनीति करार देते हुए राकांपा और शिवसेना ने शुक्रवार को केंद्र सरकार पर निशाना साधा है। शिवसेना सांसद संजय राउत ने कहा, “यह चौंकाने वाला है। प्रधानमंत्री इस बात से अवगत हैं कि शरद पवार एक वरिष्ठ नेता हैं, जो खतरों का सामना करते हैं और उन पर पहले भी हमला हो चुका है। हमने इसे देखा है।”
उन्होंने कहा कि पहले सोनिया गांधी और राहुल गांधी और अब पवार की सुरक्षा घटाई गई है, जो गंभीर चिंता का विषय है।
राज्य के जल संसाधन मंत्री जयंत पाटील ने भी भाजपा की आलोचना की और केंद्र के इस कदम को महाराष्ट्र में भाजपा की हार से जोड़ा।
राज्य के आवास मंत्री जितेंद्र अव्हाड ने कहा, “शरद पवार सह्याद्रि पर्वत की तरह हैं और वह किसी को डराने वाली रणनीति से भयभीत नहीं होंगे।”
अव्हाड ने कहा, “चिंता की कोई बात नहीं है, क्योंकि जनता का स्नेह ही पवार साहब का वास्तविक सुरक्षा कवच है।”
उपलब्ध जानकारी के अनुसार, राष्ट्रीय राजधानी में पवार के निवास पर तैनात दिल्ली पुलिस के सुरक्षाकर्मियों को 20 जनवरी से अचानक हटा लिया गया। हालांकि महाराष्ट्र में उन्हें घर और उनके दौरों पर पर्याप्त सुरक्षा दी जाती है।
लेकिन अभी तक पवार, उनकी बेटी सुप्रिया सुले या उनके भतीजे एवं उपमुख्यमंत्री अजीत पवार की इस मुद्दे पर कोई प्रतिक्रिया नहीं आई है।