तमिलनाडु में विपक्षी दलों ने शुक्रवार को द्रविड़ मुनेत्र कड़गम (द्रमुक) के नेतृत्व में नागरिकता संशोधन अधिनियम (सीएए), राष्ट्रीय जनसंख्या रजिस्टर (एनपीआर) और राष्ट्रीय नागरिक रजिस्टर (एनआरसी) के खिलाफ अगले महीने एक हस्ताक्षर अभियान चलाने का फैसला किया। द्रमुक अध्यक्ष एम. के. स्टालिन की अध्यक्षता में यहां एक सर्वदलीय बैठक में यह निर्णय लिया गया।
निर्णय के अनुसार, हस्ताक्षर अभियान दो से आठ फरवरी के बीच चलाया जाएगा।
द्रमुक द्वारा जारी एक बयान में कहा गया कि बैठक में भाग लेने वाले सभी दलों के सांसदों द्वारा हस्ताक्षरित प्रार्थना पत्रों को एकत्र किया जाएगा और उसे राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद को सौंपा जाएगा।
बैठक के दौरान सीएए, एनआरसी व एनपीआर के लिए केंद्र की सत्तारूढ़ भाजपा की भी निंदा की गई।