दिल्ली में आगामी विधानसभा चुनाव के लिए कांग्रेस ने अपने 40 नामों वाली स्टार प्रचारकों की सूची जारी कर दी है, जिसमें संदीप दीक्षित को छोड़कर सभी पूर्व सांसद शामिल हैं। संदीप तीन बार दिल्ली की मुख्यमंत्री रह चुकीं दिवंगत शीला दीक्षित के बेटे हैं। दीक्षित ने बिना किसी का नाम लिए आईएएनएस से कहा, “एआईसीसी में कुछ नेता मेरे साथ सहज नहीं हैं और उनके साथ मेरे गंभीर मतभेद हैं, इसलिए स्टार प्रचारकों की सूची से मेरा नाम बाहर रखा गया है।”
कांग्रेस, शीला दीक्षित द्वारा किए गए कार्यों का नाम ले रही है, लेकिन स्टार प्रचारकों की सूची में दो बार सांसद रह चुके उनके बेटे की अनदेखी ने पार्टी के अंदर कई लोगों की भौंहें खड़ी कर दी है। जबकि संदीप दीक्षित के समर्थकों में भी इस बात को लेकर खासी नाराजगी है।
हालांकि संदीप सक्रिय अभियानों से दूर रहने के बाद भी ‘काम की बात’ वीडियो सीरीज के माध्यम से आप और मुख्यमंत्री केजरीवाल पर दिल्ली को लेकर सवाल दाग रहे हैं।
वहीं संदीप और शीला दीक्षित के समर्थकों ने पार्टी के दिल्ली प्रभारी पी. सी. चाको को निष्कासित करने की मांग की।
संदीप दीक्षित के एक करीबी सहयोगी ने कहा कि जब पार्टी का पूरा अभियान शीला दीक्षित द्वारा मुख्यमंत्री के तौर पर किए गए कार्यों पर आधारित है, फिर पार्टी संदीप की अनदेखी कैसे कर सकती है, जो आप और भाजपा के खिलाफ हमेशा मुखर रहे हैं।