तिरुवनंतपुरम के लोगों ने शायद पहले कभी ऐसी विदाई नहीं देखी होगी, जब सैकड़ों की संख्या में अपरिचित लोग नेपाल में हादसे का शिकार हुए नायर परिवार को अंतिम विदाई देने पहुंचे। इनमें से कई लोग शायद नायर और उनके परिवार को जानते भी नहीं होंगे, लेकिन मानवता उन्हें इनके अंतिम संस्कार में खींच लाई। ज्ञात हो कि इस सप्ताह की शुरुआत में नेपाल स्थित एक रिसॉर्ट के कमरे में जहरीली गैस लीक होने की वजह से एक ही परिवार के पांच लोगों की जान चली गई थी।
मृतक प्रवीण नायर के अभिभावक राजधानी शहर के बाहरी इलाके में रहते हैं और सुबह से ही सैकड़ों लोग मेडिकल कॉलेज अस्पताल स्थित सरकारी शवगृह से मृतकों के शव आने का इंतजार कर रहे थे, जहां पर देर रात दिल्ली से आने के बाद शवों को रखा गया था।
शुक्रवार सुबह को शवों को प्रवीण नायर के वृद्ध अभिभावक के घर लाया गया और लोगों द्वारा श्रद्धांजलि अर्पित करने के लिए वहां दो घंटे के लिए रखा गया। इस हृदयविदारक दृश्य को देख सबकी आंखें भर आईं।
मृतकों में शामिल नायर संयुक्त अरब अमीरात में काम करते थे और यहां संक्षिप्त अवकाश पर आए थे। इसी दौरान यह दुर्घटना हुई। उनकी पत्नी शरण्या एम. फार्मा की द्वितीय वर्ष की छात्रा थी। इस घटना में तीन अन्य के साथ नायर दंपति के तीन बच्चे भी मारे गए। सभी कोझिकोड के रहने वाले थे।
शवों को मेडिकल कॉलेज अस्पताल स्थित सरकारी शवगृह में रखा गया था। जहां से शुक्रवार सुबह सभी शवों को यहां से पास में स्थित उनके घर ले जाया गया।
नायर परिवार ने तीनों बच्चों के शवों को दफनाने और प्रवीण और शरण्या के शवों का अंतिम संस्कार करने का फैसला लिया।