‘अमर कहानी रविदास जी की’ में एक गायक का किरदार निभा रहे शाहिद माल्या का मानना है कि संत रविदास की जिंदगी पर आधारित आगामी फिल्म एक बेहद पवित्र परियोजना है। इसके साथ ही उन्होंने आगे कहा कि फिल्मकारों को युवा पीढ़ी के लिए इस तरह की और भी फिल्में बनानी चाहिए जो भारत की परंपराओं, संस्कृति और मूल्यों पर आधारित हो।
मुंबई में फिल्म के ट्रेलर और म्यूजिक लॉन्च पर शाहिद ने कहा, “मुझे लगता है कि हमने एक अच्छे विषय पर एक अच्छी फिल्म बनाई है। मेरा मानना है कि यह एक बेहद ही पवित्र परियोजना है और इसलिए इसका हिस्सा बनना मेरे लिए एक बड़ी बात है।”
शाहिद इस मौके पर फिल्म के अभिनेता हेमंत पांडे संग मौजूद थे।
उन्होंने आगे कहा, “हम ऐतिहासिक व्यक्तित्वों जैसे राजा हरिश्चंद्र और कुछ संत-महात्माओं पर फिल्में बनाया करते हैं। बचपन में हमने इन विषयों पर आधारित कई सारी फिल्में देखी हैं, लेकिन मेरा मानना है कि धीरे-धीरे लोग वाणिज्यिक और करियर को लेकर ज्यादा सोचने-समझने वाले बन गए हैं।
वे इन फिल्मों से दूरी बनाने लगे हैं और पैसा कमाने में ज्यादा ध्यान लगाने लगे हैं। मुझे ऐसा लगता है कि पैसा कमाना जरूरी है, लेकिन हमें अपनी फिल्मों के माध्यम से भारतीय संस्कृति, सभ्यता और मूल्यों का भी प्रतिनिधित्व करना चाहिए, ताकि युवा पीढ़ी इनसे कुछ सीख सकें।”
‘अमर कहानी रविदास जी की’ अरविंद सिंह सिरोही द्वारा लिखित और निर्देशित है। संदीप मोहन फिल्म में संत रविदास का किरदार निभा रहे हैं।