उत्तर प्रदेश पुलिस ने कथित रूप से हत्या कर पानी में फेंके गए समाजवादी पार्टी (सपा) के नेता की पत्नी का शव बरामद कर लिया है। हालांकि, सपा नेता का शव न मिलने से उनके डूब जाने का रहस्य अभी भी बरकरार है। बरुआ बांध से गोताखोरों ने दिनभर की मशक्कत के बाद शाम को कथित रूप से हत्या कर फेंके गए सपा नेता की पत्नी का शव गुरुवार को खोज निकाला।
पुलिस के अनुसार, 32 वर्षीय भरत दिवाकर और उनकी पत्नी की हत्या कथित तौर पर 14 जनवरी की रात उस वक्त कर दी गई थी, जब वे एक समारोह से वापस लौट रहे थे। शव को एक बोरे में डालकर बांध में फेंक गया था। वारदात के बाद से सपा नेता की कोई जानकारी नहीं मिल पाई है, वहीं गुरुवार को उनकी पत्नी का शव बरामद कर लिया गया।
स्थानीय सपा नेता भरत दिवाकर बरुआ बांध में मछली पकड़ने का ठेका लेते थे। दिवाकर के मत्स्य पालन कारोबार में कार्यरत ड्राइवर राम सेवक निषाद से पुलिस ने पूछताछ की।
राम सेवक ने पुलिस के सामने यह बात स्वीकार करते हुए कहा कि सपा नेता दिवाकर ने अपनी पत्नी नमिता की मंगलवार रात हत्या की और उसके शव को ठिकाने लगाने के लिए बांध लेकर आया। राम सेवक ने भी इस दौरान दिवाकर की मदद करने की बात कबूल की है।
दिवाकर ने आगे कहा कि उसने शव को बोरे में बंद करने में दिवाकर की मदद की और उसे एक बोल्डर से बांध दिया, ताकि वह डूब जाए। वे शव को ठिकाने लगाने के लिए नाव में बैठकर पानी के बीच गए, लेकिन नाव पलट गई।
राम सेवक ने दावा किया कि दिवाकर पानी में डूब गए और वह पानी में तैरकर वापस आ गया।
शवों को तलाशने के लिए एसडीआरएफ के कर्मी तैनात किए गए, और गुरुवार को नमिता का शव मिल गया। लेकिन नेता की कोई जानकारी नहीं है। पुलिस ने महिला की चप्पलों के साथ बांध के पास खड़ी दिवाकर की छोड़ी गई एसयूवी भी बरामद की है।
एसपी चित्रकूट अंकित मित्तल ने कहा कि नमिता के माता-पिता की शिकायत पर दिवाकर के खिलाफ भरतकोप पुलिस स्टेशन में आईपीसी की धारा 302 के तहत मामला दर्ज किया गया है। राम सेवक से भी पूछताछ की जा रही है।
उन्होंने आगे कहा, “हम दिवाकर के शव को खोजने का प्रयास कर रहे हैं। साथ ही अन्य तथ्यों को इकट्ठा किया जा रहा है। मौत के कारणों का पता लगाने के लिए महिला के शव को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया गया है। हम राम सेवक की भूमिका की भी जांच कर रहे हैं, जिसके बाद आगे की कार्रवाई की जाएगी।”