वानखेड़े स्टेडियम में जब भारत टॉस हारने के बाद पहले बल्लेबाजी करने उतरी तो लगा कि वह मेहमान आस्ट्रेलिया के खिलाफ बड़ा स्कोर टांगेगी, लेकिन एक बार फिर मध्य क्रम और निचले क्रम की विफलता के कारण मेजबान कम स्कोर तक ही सीमित रह गई। आस्ट्रेलियाई गेंदबाजों ने भारत को 49.1 ओवरों में 255 रनों पर ऑल आउट कर बड़ा स्कोर नहीं करने दिया।
भारतीय बल्लेबाजों की बात की जाए तो सिर्फ शिखर धवन ही अर्धशतक जमा सके। उन्होंने 91 गेंदों पर नौ चौके और एक छक्के की मदद से 74 रनों की पारी खेली। उनके सलामी जोड़ीदार रोहित शर्मा सिर्फ 10 रन ही बना पाए। मिशेल स्टार्क ने रोहित को 13 के कुल स्कोर पर डेविड वार्नर के हाथों कैच कराया।
रोहित की वापसी से लोकेश राहुल को नंबर-3 पर भेजा गया। राहुल और धवन ने टीम के स्कोरबोर्ड को अच्छे से चलाते हुए दूसरे विकेट के लिए 121 रनों की साझेदारी की। राहुल अर्धशतक पूरा करने से तीन रन पहले ही एश्टन अगर की गेंद पर स्टीव स्मिथ को कैच देकर पवेलियन लौट लिए। उन्होंने 61 गेंदों का सामना कर चार चौके मारे। कुछ देर बाद पैट कमिंस ने धवन को आउट कर भारत का स्कोर तीन विकेट के नुकसान पर 140 रन कर दिया।
लेग स्पिनर एडम जाम्पा ने चौथे नंबर पर आए कप्तान विराट कोहली को 16 के निजी स्कोर से आगे नहीं जाने दिया। कोहली के जाने के बाद एक बार फिर भारतीय मध्य क्रम और निचले क्रम की परीक्षा थी जिसमें वो पूरी तरह से विफल रहा।
श्रेयस अय्यर चार, रवींद्र जडेजा 25, ऋषभ पंत 28 अंतिम ओवरों में तेजी से रन नहीं जुटा पाए सस्ते में आउट हो लिए। कुलदीप यादव ने 17, शार्दूल ठाकुर ने 13 और मोहम्मद शमी ने 10 रनों का योगदान देते हुए भारत को ढाई सौ पार पहुंचा।
आस्ट्रेलिया के लिए स्टार्क ने सबसे ज्यादा तीन विकेट लिए। कमिंस और रिचर्डसन को दो-दो सफलताएं मिलीं। जाम्पा और एश्टन के हिस्से एक-एक विकेट आया।