कश्मीर घाटी सोमवार को बर्फ की मोटी चादर में लिपटी हुई है और भारी बर्फबारी के कारण जनजीवन अस्त-व्यस्त हो गया है। हालांकि, मौसम विभाग के अधिकारी ने मंगलवार से राहत की संभावना व्यक्त की है।
घाटी के मैदानी और ऊंची पहाड़ी वाले इलाकों में भारी बर्फबारी हुई है। श्रीनगर में 12 सेंटीमीटर, गुलमर्ग में 27 सेंटीमीटर और पहलगाम में 21.5 सेंटीमीटर बर्फबारी हुई है।
बर्फबारी के कारण कश्मीर घाटी में तापमान में गिरावट आई है। श्रीनगर में रात का तापमान शून्य से 1.8 डिग्री सेल्सियस नीचे दर्ज किया गया। गुलमर्ग में शून्य से पांच डिग्री सेल्सियस नीचे दर्ज किया गया, जबकि पहलगाम में न्यूनतम तापमान शून्य से 2.7 डिग्री सेल्सियस नीचे दर्ज हुआ।
मौसम विभाग ने अपने अनुमान में सोमवार को और अधिक बर्फबारी होने की बात कही है, जबकि मंगलवार को जम्मू-कश्मीर में अलग-अलग स्थानों पर हल्की से सामान्य बर्फबारी होने के आसार हैं।
श्रीनगर में मौसम कार्यालय के एक अधिकारी ने कहा, “आज बर्फबारी होगी, हम सिर्फ कल से मौसम में सुधार देखेंगे।”
बर्फबारी के कारण सड़क संपर्क मार्ग अवरुद्ध हो जाने के बाद बड़ी संख्या में घाटी के कई गांवों का संपर्क टूट गया है। गुरेज और तंगधार जैसे दूरदराज के इलाके भी अलग-थलग पड़ गए हैं।
सड़कों पर बर्फ जमा होने के कारण यात्रियों को यात्रा करने में कठिनाई हो रही है।
अब्दुल अहद, श्रीनगर में जिनका ऑफिस उनके घर से महज दो किलोमीटर दूर है, ने कहा, “इतनी बर्फ जमा होने से मैं सोच रहा हूं कि अपने दफ्तर तक कैसे पहुंच सकूंगा।”
बर्फबारी के कारण कश्मीर घाटी में कई स्थानों पर बिजली आपूर्ति बाधित हो गई है।
श्रीनगर के लाल बाजार में आदिल अहमद ने कहा, “रात में बिजली चली गई। हमें उम्मीद है कि इसे जल्द ही बहाल कर दिया जाएगा।”
इस साल कश्मीर में कई दौर की बर्फबारी हुई है। नवंबर में हुई बेमौसम बर्फबारी ने तबाही मचाई और दक्षिण कश्मीर के ऊपरी इलाकों में सेब के बागों को बड़े पैमाने पर नुकसान पहुंचाया था।