पश्चिम बंगाल की दो दिवसीय आधिकारिक यात्रा पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी शनिवार को यहां पहुंचे। इस दौरान राज भवन में प्रधानमंत्री ने राज्य की मुख्यंत्री ममता बनर्जी से मुलाकात की। प्रधानमंत्री मोदी यहां शहर में कई सार्वजनिक कार्यक्रमों में भाग लेने के साथ ही पड़ोसी जिले हावड़ा स्थित बेलूर मठ भी जाएंगे।
पश्चिम बंगाल के राज्यपाल जगदीप धनखड़, शहर के मेयर (महापौर) और राज्य के मंत्री फिरहाद हकीम, मुख्य सचिव राजीव सिन्हा, गृह सचिव अलपन बंद्योपाध्याय, पुलिस महानिदेशक वीरेंद्र ने एनएसएबीआई एयरपोर्ट पर प्रधानमंत्री का स्वागत किया।
धनखड़ ने जहां उनका फूल देकर स्वागत किया, तो वहीं हकीम ने उन्हें शॉल ओढ़ाई।
भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के प्रदेश अध्यक्ष और लोकसभा सांसद दिलीप घोष ने भी प्रधानमंत्री को एक स्कार्फ भेंट किया।
भाजपा के राष्ट्रीय सचिव राहुल सिन्हा, पार्टी के राष्ट्रीय कार्यकारी सदस्य मुकुल रॉय और सांसद अर्जुन सिंह भी हवाई अड्डे पर मौजूद रहे। यहां प्रधानमंत्री मोदी हेलीकॉप्टर पर सवार हो गए।
प्रधानमंत्री के यहां आने से कुछ घंटे पहले ही शनिवार को राजनीतिक पार्टियों और छात्र संगठन के कार्यकर्ता विरोध करने के लिए इकट्ठा हो गए और ‘गो बैक मोदी’ के नारे लगाए। प्रदर्शनकारियों ने प्रधानमंत्री मोदी का पुतला भी फूंका।
मार्क्सवादी कम्युनिस्ट पार्टी (माकपा) संबद्ध स्टूडेंट्स फेडरेशन ऑफ इंडिया (एसएफआई) सहित विभिन्न वाम दलों के छात्र संगठन शहर के पांच केंद्रों पर बड़ी संख्या पर इकट्ठा हुए और प्रधानमंत्री का उपहास करते पोस्टर और बैनर प्रदर्शित किए।
विद्यार्थी दक्षिणी कोलकाता में गोलपार्क और जादवपुर 8बी बस स्टैंड, मध्य कोलकाता में एस्प्लेनेड और उत्तर कोलकाता में मेट्रोपोलिस एजुकेशन हब कॉलेज की सड़क के साथ ही हाटीबागान में इकट्ठा होकर प्रदर्शन कर रहे थे।
‘स्टूडेंट अगेंस्ट फासिज्म’ के बैनरों के साथ प्रदर्शनकारियों को कांग्रेस से जुड़ी छात्र परिषद का साथ मिला। तिरंगा पकड़े हुए प्रदर्शनकारियों ने सार्वजनिक रूप से संविधान की प्रस्तावना को पढ़ा। विरोध प्रदर्शन में काले रंग के बैनर, पोस्टर और होर्डिग काफी मात्रा में देखे गए।