उत्तर प्रदेश के कन्नौज जिले में फरु खाबाद से गुरसहायगंज जा रही स्लीपर बस की जीटी रोड में ट्रक से भिड़त हो गई। हादसा इतना भीषण था की ट्रक का डीजल टैंक में फट गया, जिससे दोनों वाहनों में आग लग गई। इस हादसे में 20 से ज्यादा यात्रियों के जिंदा जलने की आशंका जताई गई है।
कानपुर के पुलिस महानिरीक्षक (आइजी) मोहित अग्रवाल ने बताया कि हादसे में 20 से ज्यादा लोगों के जिंदा जलने की आशंका है क्योंकि शव इतनी बुरी तरह से जले हैं कि अभी निश्चित संख्या बता पाना मुश्किल है। इसका पता डीएनए टेस्ट के बाद ही चलेगा।
जिलाधिकारी रविन्द्र कुमार ने बताया कि बस में 43 यात्री थे, जिनमें से 21 लोगों को अस्पताल में भर्ती कराया गया है। गंभीर रूप से झुलसे 13 लोगों को सैफई मेडिकल कॉलेज में भर्ती कराया गया है।
हालांकि वहां पर मौजूद कुछ लोगों का कहना है कि यात्री ज्यादा थे। लेकिन अभी इसका अनुमान लगा पाना मुश्किल है।
पुलिस ने बताया कि फरु खाबाद की स्लीपर बस गुरसहायगंज से होते हुए जयपुर जा रही थी, जिसकी छिबरामऊ से करीब चार किमी दूर घिलोई गांव के पास बेवर की तरफ से आ रहे तेज रफ्तार के ट्रक से भिड़त हो गई। इसके बाद ट्रक के डीजल टैंक में आग लगने से विस्फोट हो गया।
प्रत्यक्षदर्शियों ने बताया कि घिलोई गांव के कुछ युवकों ने बस में मौजूद कुछ लोगों को बचाने का प्रयास किया लेकिन आग की लपटें तेज होने के कारण वे हिम्मत नहीं जुटा सके।
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने हादसे में पीड़ित परिवारों के प्रति संवेदना व्यक्त करते हुए कन्नौज के डीएम से विस्तृत रिपोर्ट मांगी है। मुख्यमंत्री ने इसे दर्दनाक हादसा बताते हुए मृतकों के परिवारों को दो-दो लाख रुपये और घायलों को 50-50 हजार रुपये देने का एलान किया है।
परिवहन मंत्री अशोक कटारिया ने हादसे की जांच कानपुर के डिप्टी ट्रांसपोर्ट कमिश्नर व संभागीय अधिकरी (आरटीओ) को सौंपी है।