अमेरिका और ईरान के बीच मध्यस्थता की पेशकश करते हुए पाकिस्तान के प्रधानमंत्री इमरान खान ने दोहराया कि इस्लामाबाद किसी और के युद्ध का हिस्सा नहीं बनेगा, लेकिन युद्धरत देशों के बीच मतभेदों को सुलझाने की कोशिश करेगा।
डॉन न्यूज के मुताबिक, गुरुवार को एक कार्यक्रम में इमरान ने कहा, “पाकिस्तान किसी भी युद्ध का हिस्सा नहीं बनेगा क्योंकि हमने दूसरों की युद्धों में हिस्सा लेकर अतीत में गलतियां की हैं।”
उन्होंने कहा, “आज मैं अपनी विदेश नीति पेश करना चाहता हूं कि हम दूसरों की लड़ाई में शामिल होने की अपनी गलतियों को नहीं दोहराएंगे। पाकिस्तान एक ऐसा देश बनेगा जो देशों के बीच शांति कायम कराएगा।”
उन्होंने कहा कि पाकिस्तान ईरान और सऊदी अरब के साथ-साथ ईरान और अमेरिका के बीच टकराव को हल करने की पूरी कोशिश करेगा।
इमरान ने कहा, “हम ईरान और सऊदी अरब के बीच मैत्रीपूर्ण संबंधों को बहाल करने की कोशिश करेंगे। मैंने अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप को भी प्रस्ताव दिया है कि पाकिस्तान ईरान और अमेरिका के बीच मध्यस्थता करने के लिए तैयार है ताकि उनके बीच मतभेदों को हल किया जा सके।”
पाकिस्तानी प्रधानमंत्री ने कहा कि युद्ध से कोई विजयी नहीं होता है। अब पाकिस्तान युद्ध नहीं लड़ेगा बल्कि देशों को साथ लाएगा।