पेंटागन ने इस बाक की पुष्टि कर दी है कि ईरान ने इराक में अमेरिकी सेना और गठबंधन सेना के खिलाफ एक दर्जन से अधिक बैलिस्टिक मिसाइल दागे हैं। यह 3 जनवरी को अमेरिकी ड्रोन हमले के मद्देनजर किया गया तेहरान का जवाबी हमला माना जा रहा है। ड्रोन हमले में बगदाद में ईरानी मेजर जनरल कासिम सुलेमानी मारे गए थे।
समाचार एजेंसी सिन्हुआ के मुताबिक, पेंटागन ने एक बयान में कहा, “7 जनवरी को लगभग 5.30 बजे (अमेरिकी समयानुसार), ईरान ने अमेरिकी सेना और गठबंधन सेना के खिलाफ एक दर्जन से अधिक बैलिस्टिक मिसाइलें दागीं।”
बयान में कहा गया, “यह स्पष्ट है कि इन मिसाइलों को ईरान से लॉन्च किया गया और अमेरिकी सेना व गठबंधन सैनिकों की मेजबानी वाले कम से कम दो इराकी सैन्य ठिकानों एन अल असद और इरबिल को निशाना बनाया गया।”
बयान में आगे कहा गया कि इन ठिकानों को ईरान द्वारा अमेरिकी सेना और क्षेत्र में हितों पर हमला करने के संकेत के कारण पहले से ही हाई अलर्ट पर रखा गया था।
पेंटागन ने कहा कि यह क्षेत्र में अमेरिकी कर्मियों, साझीदारों और सहयोगियों की रक्षा और बचाव के लिए सभी आवश्यक कदम उठाएगा।
इससे पहले व्हाइट हाउस ने कहा कि वह हमलों पर नजर बनाए हुए हैं। आगे कहा कि राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप भी स्थिति पर बारीकी से नजर बनाए हुए हैं और अपनी राष्ट्रीय सुरक्षा टीम के साथ परामर्श कर रहे हैं।