विभिन्न राजनीतिक दलों के सहयोग से 10 श्रमिक संगठनों द्वारा बुधवार को आहूत ‘भारत बंद’ से ओडिशा में आम जनजीवन प्रभावित हुआ है। सामाजिक सुरक्षा, न्यूनतम मजदूरी और रोजगार समेत कुल 14 सूत्री मांगों के साथ ट्रेड यूनियनों ने बंद शुरू किया।
ज्यादातर जिलों में शिक्षण संस्थान बंद रहे, वहीं राज्य के विभिन्न हिस्सों में वाणिज्यिक संस्थान और बैंक बंद रहे।
हड़ताल से ओडिशा में जेईई मुख्य परीक्षा 2020 समेत कई प्रवेश परीक्षाएं भी प्रभावित हुईं। जेईई प्रमुख परीक्षा के कई अभ्यर्थियों को नियत समय से काफी पहले ही परीक्षा केंद्रों पर पहुंचते देखा गया।
बंद के कारण बस और ट्रेन सेवाओं पर प्रतिकूल प्रभाव पड़ा। आपातकालीन सेवाओं पर हालांकि कोई प्रभाव नहीं पड़ा।
निजी बस संचालकों द्वारा बुधवार को बसें नहीं चलाने का फैसला करने के कारण यात्रियों को परेशानी का सामना करना पड़ा। इसके अलावा इस आंदोलन का खामियाजा हवाई यात्रियों को भी भुगतना पड़ा और उन्हें भुवनेश्वर हवाईअड्डे पर ही रहना पड़ा।
ईस्ट कॉस्ट रेलवे के एक अधिकारी के अनुसार, तालचेर, भुवनेश्वर, बृह्मपुर, भद्रक और क्योंझर समेत विभिन्न रेलवे स्टेशनों पर रेल सेवा प्रभावित रही।
एआईसीटीयू के राष्ट्रीय सचिव रामा कृष्णा पांडा ने कहा, “केंद्र उद्योगपतियों के भले के लिए तथा श्रमिकों को नजरंदाज कर श्रम कानूनों का संशोधन कर रहा है। इसकी नीतियां कमोडिटीज की बढ़ती कीमतों पर नियंत्रण लाने में असफल रही हैं।”