पश्चिम बंगाल मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने शुक्रवार को सिलीगुड़ी में नागरिकता संशोधन अधिनियम के विरोध में मार्च का आयोजन किया। इस दौरान उन्होंने केंद्र सरकार और प्रधानमंत्री मोदी पर जमकर हमला बोला। ममता बनर्जी ने जनता को संबोधित करते हुए कहा कि, मैं एनआरसी और सीएए के विरोध में लड़ाई लड़ रही हूं।
उन्होंने लोगों से अपील करते हुए कहा कि, मेरे साथ इस लड़ाई में हाथ मिलाइए। मेरा सभी लोगों से अनुरोध है, कि वह अपने लोकतंत्र को बचाने के लिए आगे आएं। उन्होंने अपने संबोधन के दौरान पीएम मोदी पर बार-बार भारत की पाकिस्तान से तुलना करने को लेकर हमला बोला। उन्होंने कहा, कि यह बहुत शर्म की बात है कि, आजादी के 70 वर्षों बाद लोगों को अपनी नागरिकता साबित करनी होगी।
ममता बनर्जी ने कहा कि, “भारत एक समृद्ध संस्कृति और विरासत वाला बड़ा देश है। पीएम नियमित रूप से हमारे राष्ट्र की तुलना पाकिस्तान से क्यों करते हैं? क्या आप भारत के प्रधानमंत्री हैं या पाकिस्तान के राजदूत हैं। आप हर मुद्दे में पाकिस्तान का जिक्र क्यों करते हैं?” हम भारतीय हैं और हम अपने राष्ट्रीय मुद्दों के बारे में चर्चा जरूर करेंगे।
उन्होंने आरोप लगाया कि भाजपा के नेता उसके नेता इस मुद्दे पर विरोधाभासी बयान दे रहे हैं। वह “जानबूझकर” नेशनल रजिस्टर ऑफ सिटिजन (एनआरसी) के कार्यान्वयन पर भ्रम पैदा कर रहे हैं। ममता बनर्जी ने कहा कि, “एक तरफ प्रधानमंत्री कह रहे हैं कि कोई एनआरसी लागू नहीं होगा, लेकिन दूसरी तरफ, केंद्रीय गृह मंत्री और अन्य मंत्री दावा कर रहे हैं कि यह अभ्यास देश भर में आयोजित किया जाएगा,”।