राजस्थान में कोटा अस्पताल त्रासदी को लेकर बसपा सुप्रीमो मायावती ने कांग्रेस महासचिव प्रियंका गंधी वाड्र पर निशाना साधा है। जहां एक तरफ प्रियंका गांधी सीएए विरोध के दौरान हुई हिंसा के बाद गिरफ्तार मां और उनके नवजात को लेकर योगी सरकार पर हमलावर थीं। मायावती ने गुरुवार को कोटा के अस्पताल में हुई बच्चों की मौत पर उनकी चुप्पी को लेकर फटकार लगाई है।
इस क्रम में ट्विट करते हुए मायावती ने कहा कि, कांग्रेस शासित राजस्थान में करीब 100 बच्चों की मौत से उनकी माओं की गोद उजड़ने के बाद भी राजस्थान सीएम अशोक गहलोत और कांग्रेस असंवेदनशील और गैर-जिम्मेदार बने हुए हैं। इसके लिए मायावती ने उनकी निंदा भी की है।
1. कांग्रेस शासित राजस्थान के कोटा जिले में हाल ही में लगभग 100 मासूम बच्चों की मौत से माओं का गोद उजड़ना अति-दुःखद व दर्दनाक। तो भी वहाँ के सीएम श्री गहलोत स्वयं व उनकी सरकार इसके प्रति अभी भी उदासीन, असंवेदनशील व गैर-जिम्मेदार बने हुए हैं, जो अति-निन्दनीय।
— Mayawati (@Mayawati) January 2, 2020
मायावती ने आगे प्रियंका गांधी वाड्रा पर निशाना साधते हुए कहा है कि जिस तरह वह यूपी की पीड़ित माओं से मिली अच्छा होता कि वह उस तरह राजस्थान में पीड़ित माताओं से मिलती। जिसकी पीड़ा के लिए उनकी पार्टी की सरकार जिम्मेदार है। मायावती ने राजस्थान मामले पर उनकी चुप्पी को दुखद बताया है।
2. किन्तु उससे भी ज्यादा अति दुःखद है कि कांग्रेस पार्टी के शीर्ष नेतृत्व व खासकर महिला महासचिव की इस मामले में चुप्पी साधे रखना। अच्छा होता कि वह यू.पी. की तरह उन गरीब पीड़ित माओं से भी जाकर मिलती, जिनकी गोद केवल उनकी पार्टी की सरकार की लापरवाही आदि के कारण उजड़ गई हैं।
— Mayawati (@Mayawati) January 2, 2020
प्रियंका गांधी पर हमला जारी रखते हुए उन्होंने आगे कहा है कि अगर वह कोटा अस्पताल त्रासदी की पीड़ित माताओं से नहीं मिलती हैं। तो यूपी में प्रियंका गांधी का पीड़ित माताओं से मिलना केवल राजनीतिक स्वार्थ और नाटकबाजी मानी जाएगी। साथ ही मायावती ने यूपी की जनता को इससे सतर्क रहने की भी सलाह दी है।
3. यदि कांग्रेस की महिला राष्ट्रीय महासचिव राजस्थान के कोटा में जाकर मृतक बच्चों की ‘‘माओं‘‘ से नहीं मिलती हैं तो यहाँ अभी तक किसी भी मामले में यू.पी. पीड़ितों के परिवार से मिलना केवल इनका यह राजनैतिक स्वार्थ व कोरी नाटकबाजी ही मानी जायेगी, जिससे यू.पी. की जनता को सर्तक रहना है।
— Mayawati (@Mayawati) January 2, 2020
ज्ञात हो, बुधवार को प्रियंका गांधी ने 14 महीने की एक बच्ची के मुद्दे को उठाया था। जिसके माता-पिता सीएए विरोध प्रदर्शन के कारण जेल में बंद हो गए थे। जिस वजह से बच्ची को उनसे अलग होना पड़ा था।