पूर्व कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी ने सोमवार को पार्टी कार्यकर्ताओं से उन परिवारों की मदद करने को कहा, जो देशभर में नागरिकता संशोधन अधिनियम (सीएए) विरोधी प्रदर्शनों के दौरान मारे गए या घायल हुए हैं। राहुल गांधी ने एक ट्वीट किया, “सीएए के खिलाफ पूरे भारत में प्रदर्शन करते हुए कई युवा और महिलाएं घायल हो गए और यहां तक कि मारे भी गए। मैंने कांग्रेस पार्टी के अपने कार्यकर्ताओं से पीड़ित परिवारों से मिलने और उन्हें हर संभव सहायता प्रदान करने का आग्रह करता हूं। मैं असम में शनिवार को दो युवा शहीदों के परिवारों से मिला।”
Across India, many young men & women have been wounded & even killed while protesting against the CAA.
I urge our Congress party workers to meet the victim’s families & provide them all possible assistance.
On Saturday I met the families of 2 young martyrs in Assam. pic.twitter.com/V1zggCTK7c
— Rahul Gandhi (@RahulGandhi) December 30, 2019
गांधी ने शनिवार को गुवाहाटी और कामरूप में दो युवाओं के परिवारों से मिले, जो प्रदर्शनकारियों पर पुलिस द्वारा की गई गोलीबारी में मारे गए थे।
कांग्रेस पार्टी अब पुलिस की कार्रवाई में घायल या मृत प्रदर्शनकारियों के समर्थन में खुलकर सामने आ गई है। पार्टी महासचिव प्रियंका गांधी वाड्रा ने जेल में बंद लोगों की कानूनी मदद करने के लिए उत्तर प्रदेश में शीर्ष वकीलों के साथ बैठक की है।
प्रदर्शनकारियों को खदेड़ते समय की गई कथित गोलीबारी में उप्र में करीब दो दर्जन, असम में पांच और मंगलुरू में दो लोगों की मौत हुई है।
कांग्रेस ने उत्तर प्रदेश की राज्यपाल को एक ज्ञापन सौंपकर पुलिस की क्रूरता की न्यायिक जांच और पीड़ितों की सूची प्रस्तुत करने की मांग की है। उप्र पुलिस ने इन आरोपों का खंडन किया है।