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    ली के राष्ट्रपति सेबेस्टियन पिनेरा ने जनमत संग्रह के लिए 26 अप्रैल, 2020 की तारीख निर्धारित की है। जनमत संग्रह यह तय करेगा कि 1980 में दिवंगत तानाशाह ऑगस्टो पिनोचेत द्वारा लागू किए गए संविधान की जगह नए संविधान का मसौदा तैयार किया जाए या नहीं। राष्ट्रपति ने शुक्रवार को डी ला मोनेडा पैलेस में एक समारोह के दौरान फरमान पर हस्ताक्षर करते हुए कहा, “यह केवल कोई चुनाव नहीं है, क्योंकि इस लोकतांत्रिक और गणतंत्रीय कदम के साथ हम दो विकल्पों में से चयन करेंगे, दोनों समान रूप से वैध और लोकतांत्रिक हैं।”

    समाचार एजेंसी एफे के अनुसार, मतदाताओं से एक नए राष्ट्रीय चार्टर को तैयार करने के लिए एक संवैधानिक कन्वेंशन करने और मौजूदा दस्तावेज में और सुधार करने के बीच निर्णय लेने के लिए कहा जाएगा।

    पिनेरा की दक्षिणपंथी सरकार अक्टूबर के मध्य उभरे विद्रोह को शांत करने के लिए जनमत संग्रह कराने के लिए तैयार हो गई।

    सन् 1973-1990 के अंत के बाद से चिली के सबसे बड़े विरोध प्रदर्शनों का प्रमुख कारण पिनोचेत तानाशाही, सेंटियागो में मेट्रो किराए में वृद्धि रहे लेकिन इन मुद्दों में कम वेतन और पेंशन, छात्र ऋण और खराब स्वास्थ्य देखभाल जैसे मुद्दे भी शामिल हो गए।

    25 अक्टूबर को सेंटियागो में चिली की आबादी की 5 प्रतिशत से अधिक 12 लाख लोगों को लाने वाले आंदोलन ने एक नए संविधान को लाने की मांग की है।

    विरोध प्रदर्शन के दौरान कम से कम 24 लोगों की मौत हो गई, उनमें से कई सुरक्षा बलों के हाथों मारे गए और सैकड़ों लोग घायल हुए हैं।

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