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    झारखंड विधानसभा चुनाव में जीत दर्ज कराने वाले महागठबंधन के बीच सरकार में भागीदारी को लेकर सहमति बन गई है। झारखंड के मनोनीत मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन और कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी के बीच बुधवार शाम हुई मुलाकात में यह सहमति बनी।

    सोनिया और सोरेन की मुलाकात में जो सहमति बनी है, उसके मुताबिक झामुमो के हिस्से मुख्यमंत्री सहित पांच मंत्रीपद आएगा, और कांग्रेस को भी पांच मंत्री पद मिलेगा। जबकि राजद की तरफ से एक मंत्री बनाया जाएगा। उल्लेखनीय है कि राजद इस चुनाव में एक सीट ही जीत पाया है।

    गौरतलब है कि हेमंत सोरेन 29 दिसंबर को रांची के मोहराबादी मैदान में एक भव्य शपथग्रहण समारोह में मुख्यमंत्री पद की शपथ लेंगे। उन्होंने शपथ ग्रहण समारोह के लिए कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी को न्यौता दिया, और सोनिया ने उनके न्यौते को स्वीकार कर लिया।

    कांग्रेस अध्यक्ष से सोरेन की मुलाकात के दौरान झारखंड के कांग्रेस प्रभारी आर.पी.एन. सिंह भी मौजूद थे। इससे पहले रांची में मंगलवार को दिन भर गठबंधन दलों के बीच सरकार में हिस्सेदारी को लेकर चर्चा हुई थी।

    झारखंड कांग्रेस के एक बड़े नेता ने आईएनएस को बताया, “कांग्रेस ने पांच मंत्री पद के साथ ही विधानसभा अध्यक्ष का पद मांगा, जिस पर झामुमो ने सहमति जताई है। इस लिहाज से झामुमो को मुख्यमंत्री के अलावा पांच मंत्री पद मिलेगा। जबकि राजद को एक मंत्रिपद मिलेगा। लेकिन यदि बाबूलाल मरांडी की झारखंड विकास मोर्चा को भी मत्रिमंडल में जगह देनी पड़ी तो कांग्रेस के कोटे में एक मंत्रिपद कम हो जाएगा। उसके अलावा निगम का अध्यक्ष पद देकर भी सहयोगी दलों को मनाया जा सकता है।”

    सूत्रों ने कहा है कि मत्रिमंडल में मंत्री पद का बंटबारा तीनों पार्टियां जाति और क्षेत्रीय समीकरण के आधार पर करेंगी। मंत्री बनाने के फार्मूले के मुताबिक पलामू, रांची, छोटानागपुर, कोल्हान, कोयलांचल और संताल परगना इलाके के विधायकों को मंत्री बनाया जाएगा। क्षेत्रीय संतुलन के साथ साथ जातीय संतुलन भी बनाने का दबाव है। आदिवासी, मुस्लिम, ईसाई, पिछड़ा, अगड़ा, महिला वर्ग से भी मंत्री बनाए जाएंगे।

    कांग्रेस की ओर से रामेश्वर उरांव, राजेंद्र सिंह, अंबा प्रसाद, आलमगीर आलम का नाम मंत्री पद के लिए लगभग तय है। दूसरी ओर झारखंड मुक्ति मोर्चा में मथुरा महतो, स्टीफन मरांडी, चंपई सोरेन, मुन्नु ठाकुर, हाजी हुसैन अंसारी आदि के नाम की चर्चा है। राजद के इकलौते विधायक सत्यानंद भोक्ता हैं, जो भाजपा छोड़ कर राजद में आए हैं। लेकिन कई नेता उनको मंत्री बनाने के बजाए किसी बोर्ड या निगम का अध्यक्ष बनाने की बात कर रहे हैं।

    इसके पहले झारखंड मुक्ति मोर्चा के कार्यकारी अध्यक्ष ने रिम्स में प्राइवेट वार्ड में स्वास्थ्य लाभ ले रहे राजद के राष्ट्रीय अध्यक्ष लालू प्रसाद से मंगलवार को मुलाकात की। चुनाव परिणाम आने के बाद से झामुमो नेता हेमंत सोरेन लगातार अलग-अलग दलों के नेताओं से शिष्टाचार मुलाकात कर रहे हैं।

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