भारत व पाकिस्तान के बीच में सबसे प्रमुख विवाद कश्मीर को लेकर है। कश्मीर मुद्दे को पाकिस्तान द्वारा लगातार संयुक्त राष्ट्र व अंतरराष्ट्रीय स्तर पर उठाया जाता रहा है। पाकिस्तान ने एक बार फिर से संयुक्त राष्ट्र में कश्मीर विवाद का जिक्र किया। हालांकि हर बार की तरह इस बार भी पाकिस्तान की बात को गंभीरता से नहीं लिया गया।
पाकिस्तान हर बार वैश्विक मंच पर कश्मीर मुद्दे को छेड़ने की कोशिश करता है। पाकिस्तान के शीर्ष राजदूत ने संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद में बहस के दौरान कश्मीर मुद्दा उठाया। सुरक्षा परिषद की चर्चा में भाग लेते हुए मलीहा लोधी ने कहा कि किसी भी विदेशी कब्जे में रह रहे लोगों की तरह फिलिस्तीन की वैध मांगों का पाकिस्तान समर्थन करता रहेगा।
कश्मीर भी उसका एक उदाहरण है। संयुक्त राष्ट्र में पाकिस्तानी राजदूत ने कहा कि संयुक्त राष्ट्र को कश्मीर की तरह की फिलीस्तीन व अन्य लंबित मुद्दों पर अपनी जिम्मेदारी को पूरा करना चाहिए।
इसके लिए उसे प्रस्तावों को लागू करवाना चाहिए। आगे कहा कि संयुक्त राष्ट्र में दुनिया के लोगों की आस्था बनाए रखने के लिए अपनी जिम्मेदारियों पर खरा उतरना चाहिए।
पाकिस्तानी पीएम ने भी दावोस में छेड़ा था कश्मीर मुद्दा
गौरतलब है कि पिछले हफ्ते भी पाकिस्तान ने कश्मीर का राग अलपा था। इस पर संयुक्त राष्ट्र महासचिव एंटोनियो गुटेरस ने कश्मीर विवाद पर किसी भी प्रकार की मध्यस्थता से इंकार कर दिया था।
उन्होंने कहा था कि भारत व पाकिस्तान को कश्मीर विवाद को शांति वार्ता के माध्यम से सुलझाना चाहिए। वहीं दावोस में चल रहे विश्व आर्थिक मंच को संबोधित करते हुए पाकिस्तान के प्रधानमंत्री शाहिद खाकन अब्बासी ने भी कश्मीर मुद्दे का जिक्र किया था।
पाकिस्तान पीएम ने कश्मीर मुद्दे को दुनिया को बांटने बताया था और इन मुद्दों पर अंतरराष्ट्रीय स्तर पर चर्चा करने की जरूरत बताई थी।