पद्मावत का विरोध कर रहे प्रदर्शनकारियों द्वारा गुडगाँव की एक स्कूल वाहन पर किये गए हमले के बाद, दिल्ली के आस पास स्थित स्कूलों को बंद कर दिया गया है। दिल्ली के लगभग 4 स्कूलों में एक सप्ताह का अवकाश घोषित कर दिया गया है। स्कूल के प्रशासन का कहना है कि वे अपने विद्यालय के बच्चों की जान को दांव पर नही लगा सकते हैं।
वायरल किये गये एक वीडियो में ये दिखाया गया है कि जीडी गोयनका वर्ल्ड स्कूल की बस पर पत्थरों से हमला किया जा रहा है और बच्चे अत्यन्त घबराये हुए और परेशान दिखाई दे रहे हैं। इस विडियो के सामने आने के बाद लोग भड़के हुए हैं और उनके अंदर आक्रोश की स्थिति आ गयी है। विडियो क्लिप में दिख रहा है कि तकरीबन 60 गुंडों ने बस को घेर रखा है और बच्चे बस की जमीन पर बैठे हुए हैं। वहीं उनके शिक्षक उनको बचाने का प्रयास कर रहे हैं।
मामला ये था कि नर्सरी से 12वीं कक्षा तक के बच्चे दोपहर 3 बजे के करीब स्कूल से घर जा रहे थे, तभी पद्मावत का प्रदर्शन कर रहे प्रदर्शनकारी उस बस की ओर हमला करने लगे। बहुत छोटे बच्चे ज़ोर से रो रहे थे और डर के कारण चिल्ला रहे थे। जहाँ सभी बच्चे बचने के लिए नीचे झुक गये थे तो वहीं एक शिक्षिका एक छोटी, डरी सहमी बच्ची को बहलाने और चुप कराने में प्रयासरत थी। भीड़ पर ध्यान न देते हुए, बस के चालक ने बस को आगे बढ़ाया और बच्चों को बचाया। ये स्कूल वाहन एक सरकारी बस के पीछे थी जिसको प्रदर्शनकारी पहले ही आग से स्वहा कर चुके थे। बाद में, बस की सीटों पर कांच के टुकड़े डाल दिए गए थे।
विद्यालय के जो शिक्षक वहां मौजूद थे, उन्होंने बताया कि वहां बढ़ते हुए विरोध के कारण काफी कम पुलिसकर्मी मौजूद थे लेकिन जो भी थे वो भी बच्चों को बचाने के लिए कुछ नही कर पाये।
एक शिक्षक ने अपने बयान में कहा, “यदि वो न्यायालय के दिए गए आदेश और सख्त सुरक्षा इंतज़ामों के बाद भी स्कूल वाहन और सरकारी वाहनों पर इस प्रकार हमला कर सकते हैं तो हम कोई भी जोखिम नही उठा सकते।
दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविन्द केजरीवाल ने इस मामले को “बेहद शर्मनाक” बताते हुए उन्होंने भाजपा सरकार पर निशाना साधते हुए कहा, “अधिक निंदनीय उन सरकारों की सहभागिता है जो इसे अपनी निष्क्रियता के माध्यम से अनुमति दे रहे हैं।”
कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी ने ट्वीट करके कहा, “बच्चों के खिलाफ हिंसा का औचित्य साबित करने के लिए कोई बड़ा बड़ा कारण नही होगा। बीजेपी ने नफरत और हिंसा का इस्तेमाल करके हमारे पूरे देश को आग लगा दी है।”
बता दें कि संजय लीला भंसाली की फिल्म पद्मावत आज रिलीज़ हो रही है। करणी सेना जैसे संगठनों ने यह दावा किया है कि वह इसका अभी भी पुरज़ोर विरोध करेंगे और फिल्म को रिलीज़ नही होने देंगे। उन्हीने कहा है कि फिल्म राजपूतों का अपमान करती है और उनकी भावनाओं को ठेस पहुंचती है। पद्मावत रानी पद्मावती की कहानी है जिसने 14वीं शताब्दी में सुल्तान अलाउद्दीन खिलजी के सामने झुकने के बजाये मृत्यु को स्वीकार किया था।