Fri. Sep 20th, 2024

    दिल्ली में संशोधित नागरिकता कानून के खिलाफ छात्रों और कार्यकर्ताओं द्वारा किए जा रहे नए विरोध प्रदर्शन के तहत सोमवार को लगभग 140 लोगों को हिरासत में लिया गया था। सीएए के विरोध में एक तरफ जहां कंग्रेस ने राजधानी दिल्ली में महात्मा गांधी के स्मारक राजघट पर ‘एकता के सत्याग्रह’ किया। वहीं दूसरी ओर कांग्रेस के सहयोगी द्रमुक ने सीएए के विरोध में चेन्नई में एक विशाल रैली का आयोजन किया। छात्रों व अन्य लोगों द्वारा भी कई राज्यों में विवादास्पद कानून के विरोध में प्रदर्शन किए गए। मंगलवार को भी देश भर में कई विरोध प्रदर्शन किए जाएंगे। जामिया समन्वय समिति ने भी विरोध मार्च का आह्वान किया है। इस बीच, भाजपा अहमदाबाद में सीएए के समर्थन में रैली ’निकालेगी।

    जामिया छात्रों के विरोध प्रदर्शन में शामिल होने जंतर-मंतर पहुंचे कांग्रेस नेता, संदीप दीक्षित

    नागरिकता संशोधन कानून (सीएए) का विरोध कर रहे जामिया छात्रों को अब कांग्रेस नेताओं का खुला समर्थन मिलता दिख रहा है। मंगलवार को कांग्रेस नेता व पूर्व सांसद संदीप दीक्षित जंतर मंतर पर नागरिकता संशोधन कानून का विरोध कर रहे जामिया के छात्रों के बीच पहुंचे। संदीप दीक्षित ने छात्रों के विरोध को जायज ठहराते हुए सीएए को सरकार का राजनीतिक हथकंडा बताया। जामिया विश्वविद्यालय के छात्रों ने नागरिकता संशोधन कानून के खिलाफ मंगलवार को दिल्ली के मंडी हाउस से जंतर-मंतर तक पैदल मार्च किया। मंडी हाउस से सैकड़ों की संख्या में छात्र हाथों में सीएए, एनआरसी के खिलाफ तख्तियां और बैनर लेकर नारेबाजी करते हुए जंतर मंतर पहुंचे। जंतर मंतर पर छात्रों ने एनआरसी के खिलाफ शाम तक धरना दिया।

    इस दौरान कांग्रेस नेता संदीप दीक्षित भी जंतर-मंतर पर छात्रों के विरोध प्रदर्शन में पहुंचे। दीक्षित ने इस मौके पर कहा कि नागरिकता संशोधन कानून लाने के पीछे मोदी सरकार का राजनीतिक मकसद है। उन्होंने कहा कि वोटों के ध्रुवीकरण के लिए यह सब किया जा रहा है।

    संदीप दीक्षित ने असम का जिक्र करते हुए कहा कि वहां एनआरसी लागू किया गया था और सैकड़ों करोड़ रुपये खर्च करने के बावजूद असम एनआरसी फेल हो गया। मंगलवार को जंतर मंतर पर एकत्र हुए जामिया सहित कई अन्य विश्वविद्यालय के छात्रों ने कहा कि वे सरकार तक अपना विरोध पहुंचाने के लिए आज यहां एकत्र हुए हैं। जामिया की छात्र आसमा के मुताबिक, जामिया के बाहर चल रहा प्रदर्शन कोई सकारात्मक नतीजा निकलने तक चलता रहेगा।

    केरल : कन्नूर में केएसयू-कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने कर्नाटक सीएम येदियुरप्पा के काफिले को रोकने की कोशिश की

    कन्नूर में कर्नाटक के मुख्यमंत्री बीएस येदियुरप्पा के काफिले को रोकने की कोशिश के बाद पुलिस ने केएसयू (केरल छात्र संघ) और कांग्रेस कार्यकर्ताओं को हिरासत में ले लिया।

    दिल्ली : दरियागंज हिंसा मामले के 9 अन्य आरोपियों ने भी की जमानत याचिका दायर

    दरियागंज हिंसा मामले में शामिल 15 आरोपियों में से अन्य 9 आरोपियों ने भी तीस हजारी अदालत में जमानत याचिका दायर की है। 26 दिसंबर के लिए मैटर सूचीबद्ध किया गया है।

    सीएए विरोधी भड़काऊ भाषण के लिए सोनिया गांधी, प्रियंका गांधी और ओवैसी के खिलाफ शिकायत दर्ज

    संशोधित नागरिकता अधिनियम 2019 के खिलाफ भड़काऊ भाषण देने के लिए कांग्रेस अंतरिम अध्यक्ष सोनिया गांधी, कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी और एआईएमआईएम सांसद असदुद्दीन ओवैसी के खिलाफ शिकायत दर्ज।

    पश्चिम बंगाल : भाजपा नेता ने कहा कि सीएए में मुसलमानों को भी शामिल करना चाहिए

    भाजपा के पश्चिम बंगाल के उपाध्यक्ष सीके बोस ने सीएए को लेकर कहा कि, नागरिकता संशोधन अधिनियम में कहा गया है कि यह धर्म पर आधारित नहीं है। फिर हम यह क्यों कह रहे हैं कि यह हिंदुओं, बौद्धों, जैनियों और सिखों के लिए है? हमें मुसलमानों को भी शामिल करना चाहिए। यदि मुसलमानों को उनके घर में सताया नहीं जा रहा है, तो वे भारत नहीं आएंगे।

    उत्तर प्रदेश : मेरठ के बाहर राहुल गांधी और प्रियंका गांधी को पुलिस ने रोका

    नागरिकता संशोधन कानून (सीएए) और राष्ट्रीय नागरिक रजिस्टर (एनआरसी) के खिलाफ मेरठ में पिछले सप्ताह हुए हिंसक विरोध प्रदर्शन में मारे गए लोगों के परिजनों से मिलने जा रहे कांग्रेस नेता राहुल गांधी और प्रियंका गांधी वाड्रा को पुलिस ने मंगलवार को शहर में प्रवेश करने से पहले रोक दिया, जिसके बाद वे वापस दिल्ली लौट गए हैं। कांग्रेस नेताओं ने आरोप लगाया कि राहुल और प्रियंका दोनों को मेरठ के बाहर परतापुर से वापस लौटा दिया गया।

    दोनों नेताओं के मेरठ में मृतकों के परिजनों से मिलने के लिए दिल्ली से रवाना होने की खबर मिलते ही भारी संख्या में पुलिस बल तैनात कर दिया गया। राहुल गांधी ने संवाददाताओं से कहा कि उन्हें कोई आदेश नहीं दिखाया गया, लेकिन उन्हें वापस जाने के लिए बोल दिया गया। उन्होंने कहा, “हमने पुलिस से कहा कि हम सिर्फ तीन लोग जाएंगे, लेकिन वे राजी नहीं हुए।”

    राहुल और प्रियंका के साथ पूर्व सांसद प्रमोद तिवारी भी थे। वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक (एसएसपी) अजय साहनी ने कहा कि कांग्रेस नेताओं को जिले में लागू निषेधाज्ञा के कागज दिखाए गए और ‘वे खुद लौट गए।’ कांग्रेस नेता इमरान मसूद ने पीड़ित के परिजनों से कथित तौर पर फोन पर राहुल, प्रियंका की बात कराई। एसएसपी ने कहा कि कांग्रेस नेताओं के मेरठ दौरे से धारा 144 का उल्लंघन हो जाता और तनाव उत्पन्न होता।

    पश्चिम बंगाल : कोलकाता में ममता बनर्जी का विरोध मार्च

    पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने कोलकाता में नागरिकता संशोधन अधिनियम (सीएए) और राष्ट्रीय नागरिक रजिस्टर (एनआरसी) के खिलाफ एक विरोध मार्च निकाला।

    विरोध मार्च के दौरान पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने जनता को संबोधित करते हुए भारतीय जनता पार्टी (भाजपा), नागरिकता संशोधन अधिनियम (सीएए) और राष्ट्रीय नागरिक रजिस्टर (एनआरसी) के खिलाफ नारे लगाए।

    दिल्ली : मंडी हाउस पर प्रदर्शनकारी एकत्रित, धारा 144 लागू

    राष्ट्रीय राजधानी में निषेधाज्ञा के बावजूद मंगलवार को मंडी हाउस पर बड़ी संख्या में प्रदर्शनकारी जमा हुए और उन्होंने नागरिकता संशोधन अधिनियम (सीएए) के खिलाफ नारे लगाए। स्वराज अभियान के प्रमुख योगेंद्र यादव व जेएनयूएसयू के पूर्व नेता उमर खालिद ने प्रदर्शन जुलूस में भाग लिया, जो मंडी हाउस से शुरू हुआ और जंतर-मतर की तरफ बढ़ा।

    प्रदर्शनकारियों का प्रदर्शन नारेबाजी के अलावा शांतिपूर्ण रहा। प्रदर्शनकारियों में जेएनयू, जामिया और दूसरे संस्थानों के छात्र शामिल हैं। इस दौरान दिल्ली पुलिस और सीआरपीएफ के जवान वहां मौजूद रहे।

    उत्तर प्रदेश : एएमयू हिंसा में छात्रों ने जानबूझकर गड़बड़ी पैदा की

    15 दिसंबर को अलीगढ़ मुस्लिम विश्वविद्यालय (एएमयू) में हिंसा को लेकर एसएसपी अलीगढ़ आकाश कुलहरि ने कहा है कि सीसीटीवी फुटेज से कई सच सामने आए हैं। सुप्रीम कोर्ट और हाईकोर्ट की रिपोर्ट में हमने लिखा है कि एएमयू छात्र आक्रामक थे और उन्होंने जानबूझकर गड़बड़ी पैदा की। पुलिस ने आत्म-रक्षा के लिए गैर-घातक हथियारों का इस्तेमाल किया। मामला न्यायालय के अधीन है।

    कांग्रेस : राहुल गांधी और प्रियंका गांधी की मेरठ में हिंसक विरोध प्रदर्शनों के दौरान मारे गए लोगों के परिवार से मुलाकात

    नागरिकता संशोधन कानून (सीएए) और राष्ट्रीय नागरिक रजिस्टर (एनआरसी) के खिलाफ प्रदर्शन के बीच कांग्रेस नेता राहुल गांधी और प्रियंका गांधी वाड्रा मंगलवार को पश्चिमी उत्तर प्रदेश के मेरठ के लिए रवाना हो गए हैं। जहां वे पिछले सप्ताह हिंसक प्रदर्शन के दौरान कथित रूप से पुलिस गोलीबारी के शिकार पीड़ितों से मुलाकात करेंगे।

    प्रियंका गांधी ने पहले बिजनौर का दौरा किया था और हिंसा में मारे गए दो लोगों के परिजनों से मुलाकात की थी।

    दिल्ली : मंडी हाउस पर धारा 144 लागू, पुलिस बल तैनात

    नागिरकता संशोधन अधिनियम के विरोध प्रदर्शन के मद्देनजर में मंडी हाउस इलाके में धारा 144 लागू कर दी गई है। साथ ही भारी मात्रा में पुलिस बल भी तैनात किया गया है।

    पश्चिम बंगाल : प्रदर्शनकारियों ने राज्यपाल को जावदपुर विश्वविद्यालय जाने से रोका, दिखाए काले झंडे 

    कोलकाता स्थित जाधवपुर यूनिवर्सिटी (जेयू) के नॉन टीचिंग स्टाफ ने मंगलवार को राज्यपाल जगदीप धनखड़ को यूनिवर्सिटी के दीक्षांत समारोह में शामिल होने से रोकते हुए उन्हें वापस लौटने के झंडे दिखाए और उनकी कार रोक ली। प्रदर्शनकारी प्रदेश में सत्तारूढ़ तृणमूल कांग्रेस से संबद्ध हैं। यूनिवर्सिटी के गेट संख्या पांच पर लगभग आधा घंटा इंतजार करने के बाद यूनिवर्सिटी के पदेन कुलाधिपति धनकर लौट गए।

    धनकर की कार के यूनिवर्सिटी गेट पर पहुंचने पर भारी सुरक्षा व्यवस्था होने के बावजूद ‘गो बैक (बापस जाओ)’ के नारे लगते रहे। इस दौरान धनकर सारा बंगले शिक्षाबंधु समिति के सदस्यों के विरोध प्रदर्शन के कारण वहीं फंस गए। ये लोग ‘नो एनआरसी (राष्ट्रीय नागरिक रजिस्टर), नो सीएए (नागरिकता संशोधन कानून)’ लिखी तख्तियां भी लिए हुए थे।

    धनखड़ ने इसके बाद इस घटना को राजनीति से प्रेरित बताया और कहा कि ‘यहां कानून का बुरी तरह उल्लंघन हुआ है।’
    उन्होंने ट्विटर पर कहा, “यूनिवर्सिटी के छात्रों को उनकी मेहनत का फल मिल सके, इसके लिए वहां गया था, जहां राजनीति से प्रेरित होकर मेरे प्रवेश पर रोक लगाई गई। इसके बाद इसमें कोई संदेह नहीं रह गया है कि यहां कानून का बुरी तरह उल्लंघन हुआ है।”

    एक अन्य पोस्ट में उन्होंने आरोप लगाया कि उनका काफिला रोकने वालों की संख्या सिर्फ 50 थी। मुख्यमंत्री ममता बनर्जी को टैग करते हुए उन्होंने ट्वीट किया, “अवरोध करने वालों की संख्या सिर्फ 50 थी। सरकारी तंत्र को बंधक बना लिया गया है और जिम्मेदार लोग अपनी जिम्मेदारियों से बेखबर हैं। इस पतन से सिर्फ अनचाहे परिणाम ही हासिल हो सकते हैं। कहीं भी कानून का राज नहीं है।”

    इस पर राज्यपाल जगदीप धनखड़ ने कहा कि मेरे लिए एक चांसलर और गवर्नर के रूप में यह एक दर्दनाक क्षण है। अंदर छात्रों को उनकी डिग्री सौंपने के लिए इंतजार किया जा रहा है लेकिन मुट्ठी भर लोगों ने मुझे बाहर रोक दिया है। यह कानून के शासन का पूरी तरह पतन है। राज्य सरकार ने शिक्षा को बंदी बना लिया है।

    उत्तर प्रदेश : लखनऊ में बढ़ाई गई इंटरनेट शटडाउन की अवधि

    उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ में इंटरनेट शटडाउन को अब बुधवार मध्यरात्रि तक के लिए बढ़ा दिया गया है। शटडाउन का मंगलवार को पांचवां दिन है। बुधवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के लखनऊ दौरे से ठीक पहले शटडाउन की अवधि बढ़ा दी गई है। मोदी पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी की जयंती के अवसर पर लोक भवन में उनकी प्रतिमा का अनावरण करेंगे।

    जिला अधिकारी अभिषेक प्रकाश ने सोमवार रात निर्णय लेते हुए कहा कि शटडाउन दो दिनों के लिए बढ़ा दिया गया है।
    राजधानी में नागरिकता संशोधन अधिनियम (सीएए) के विरोध प्रदर्शन के दौरान हिंसा होने के बाद इंटरनेट सेवाएं 19 दिसंबर से बंद हैं। जिससे क्रिसमस पर ई-कॉमर्स व्यवसाय बुरी तरह प्रभावित हुआ है और उपभोक्ताओं के डेबिट या क्रेडिट कार्ड्स का प्रयोग करने में असमर्थ होने के कारण विभिन्न व्यापारों पर प्रतिकूल प्रभाव पड़ा है।

    इसके अलावा फूड डिलीवरी तथा कैब सेवाएं भी बुरी तरह प्रभावित हुई हैं। एक वरिष्ठ अधिकारी ने कहा कि यह कदम मोदी के दौरे को देखते हुए लिया गया है।

    मायावती ने कहा, सीएए-एनआरसी पर मुसलमानों की आशंकाओं को दूर करे सरकार

    बहुजन समाज पार्टी (बसपा) की राष्ट्रीय अध्यक्ष मायावती ने केंद्र सरकार से मांग की है कि सीएए और एनआरसी को लेकर खासकर मुसलमानों की सभी आशंकाओं को जल्द दूर किया जाए। मायावती ने मंगलवार को ट्वीट किया कि “बी़एस़पी़ की मांग है कि केन्द्र सरकार सीएए और एनआरसी को लेकर खासकर मुसलमानों की सभी आशंकाओं को जल्दी दूर करे तथा उनको पूरे तौर से सन्तुष्ट भी करना चाहिये तो यह बेहतर होगा।”

    एक अन्य ट्वीट में उन्होंने लिखा कि लेकिन इसके साथ ही मुस्लिम समाज के लोग सावधान भी रहें। कहीं इस मुद्दे की आड़ में उनका राजनैतिक शोषण तो नहीं हो रहा है और वे उसमें पिसने लगे हैं।”

    इससे पहले मायावती ने कहा कि नागरिकता कानून के खिलाफ प्रदर्शनों के दौरान यूपी समेत देशभर में हुई हिंसा दुर्भाग्यपूर्ण है। बसपा हमेशा हिंसक प्रदर्शन के खिलाफ रहती है, ऐसे में उत्तर प्रदेश समेत अन्य हिस्सों में जल रही हिंसा की आग दुखद है। पार्टी गिरफ्तार लोगों के साथ खड़ी है। हम पूरे घटनाक्रम की निष्पक्ष जांच और बेकसूर लोगों की रिहाई चाहते हैं।

    दिल्ली : जामिया छात्र गृहमंत्री के आवास तक करेंगे मार्च

    नागरिकता संशोधन अधिनियम के विरोध में जामिया मिलिया इस्लामिया विश्वविद्यालय के छात्र आज मंडी हाउस से गृहमंत्री अमित शाह के आवास तक मार्च निकालेंगे

    दिल्ली : दरियागंज हिंसा मामले में 6 आरोपियों की जमानत आर्जी पर आज सुनवाई

    दरियागंज हिंसा मामले के 15 आरोपियों में से 6 ने तीस हजारी सेशन कोर्ट में जमानत की अर्जी पेश की है। कोर्ट आज मामले की सुनवाई करेगा। 20 दिसंबर को नागरिकता संशोधन अधिनियम 2019 पर विरोध प्रदर्शन के दौरान दरियागंज में हिंसा भड़कने के बाद उन्हें गिरफ्तार किया गया था।

    दिल्ली की तीस हजारी अदालत ने दरियागंज हिंसा मामले के 15 आरोपियों में से 6 की जमानत याचिका पर पुलिस को नोटिस जारी किया। 28 दिसंबर को कोर्ट मामले में सुनवाई करेगी।

    राजस्थान : जैसलमेर में सीएए के समर्थन में मार्च

    राजस्थान के जैसलमेर में पाकिस्तानी हिंदू शरणार्थियों ने नागरिकता संशोधन अधिनियम के समर्थन में कल एक मार्च निकाला। प्रदर्शन में शामिल शर्णर्थियों में से एक शरणार्थी ने कहा कि, “हम पिछले 5-7 सालों से यहां रह रहे हैं और हमें अभी तक नागरिकता नहीं मिली है। हमें सुविधाएं नहीं मिली हैं। यह अधिनियम हमें बेहतर जीवन देने में मदद करेगा।”

     

     

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