उत्तर प्रदेश में बांदा सदर सीट से भाजपा विधायक के चचेरे भाई की कथित रूप से जहरीला पदार्थ खा लिया, जिससे शनिवार रात उसकी मौत हो गई। पीड़ित के पिता ने आरोप लगाया है कि पुलिस बेटे को शनिवार आधी रात तक चौकी में बैठाए रही, जिससे क्षुब्ध होकर उसने जहर खा लिया।
बांदा सदर सीट से भाजपा विधायक प्रकाश द्विवेदी के चाचा दिनेश द्विवेदी ने सोमवार को आरोप लगाया कि उनके बेटे राघवेंद्र द्विवेदी (25) और बांदा शहर के इंदिरानगर निवासी करन सिंह के बीच पैसे के लेनदेन के मसले पर शुक्रवार को विवाद हुआ था। इस मामले को निपटाने के लिए सिविल लाइन पुलिस चौकी में शनिवार दोपहर दोनों पक्षों को पुलिस ने बुलाया था। लेकिन, पुलिस ने करन सिंह को देर शाम जाने दिया और उनके बेटे को बैठा लिया था।
दिनेश ने आरोप लगाया, “पुलिस की इस कार्रवाई से क्षुब्ध होकर बेटे राघवेंद्र ने रात करीब साढ़े 10 बजे पुलिस चौकी में ही कोई जहरीला पदार्थ खा लिया। उसकी हालत बिगड़ने पर पुलिस ने उसे इलाज के लिए सरकारी अस्पताल में भर्ती कराया, जहां करीब एक बजे रात उसकी मौत हो गई।”
दिनेश ने कहा कि अगर पुलिस लापरवाही न करती और न्याय संगत कार्रवाई करती तो शायद उनका बेटा जहर न खाता।
इस मामले में नगर पुलिस उपाधीक्षक (सीओ) आलोक कुमार ने सोमवार को कहा, “पुलिस चौकी में जहर खाने की बात झूठी है। राघवेन्द्र और करन सिंह के बीच शुक्रवार को विवाद हुआ था। करन सिंह ने राघवेन्द्र के रिश्तेदार की लाइसेंसी बंदूक छीनकर पुलिस को दे दिया था, जिसे पुलिस ने शनिवार को लाइसेंस धारक को वापस कर दिया।”
उन्होंने बताया, “इस विवाद में किसी पक्ष ने कोई तहरीर नहीं दी थी और आपसी समझौते की बात कह शनिवार शाम दोनों पक्ष अपने-अपने घर चले गए थे। पुलिस ने किसी को चौकी में नहीं रोका था।”
सिंह ने बताया, “पुलिस को रविवार सुबह जानकारी मिली कि राघवेंद्र की जहर खाने से अस्पताल में मौत हो गई है, तब पंचनामा भरकर शव का पोस्टमॉर्टम करवाया गया है।”
इस मामले में अपर पुलिस अधीक्षक लाल भरत कुमार पाल ने कहा, “युवक ने जहर कहां और क्यों खाया, इसकी जांच की जा रही है और परिजनों द्वारा दी गई तहरीर के आधार पर मुकदमा दर्ज किया जाएगा।”