अमेरिकी प्रतिनिधि सभा के सदस्य ने जम्मू एवं कश्मीर का विशेष दर्जा समाप्त कर राज्य में लिंग, जाति और धर्म पर आधारित भेदभाव समाप्त करने के लिए भारत सरकार की सराहना की है और कश्मीर मुद्दे पर संसद में नरेंद्र मोदी सरकार को हर तरफ से मिले समर्थन की भी प्रशंसा की है।
सदन में अपने वर्ष के अंत के संबोधन में कांग्रेसनल कॉकस ऑन इंडिया एंड इंडियन अमेरिकन्स के सह-अध्यक्ष और साउथ कैरोलिना में रिपब्लिकन सांसद जोए विल्सन ने शुक्रवार को कहा, “विभिन्न दलों के समर्थन से भारतीय संसद ने कश्मीर की संवैधानिक स्वायत्तता को समाप्त कर दिया, जिससे राज्य में आर्थिक विकास करने, भ्रष्टाचार से लड़ने तथा जाति, लिंग और धार्मिक भेदभाव खत्म करने के प्रधानमंत्री के प्रयासों को सहयोग मिला है।”
उन्होंने कहा, “दुनिया के सबसे पुराने लोकतंत्र के तौर पर अमेरिकावासी भारत को दुनिया के सबसे बड़े लोकतंत्र के रूप में सफल होते देखने के लिए आभारी हैं।”
विल्सन ने कहा कि स्वतंत्रता दिवस पर नई दिल्ली से प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का संबोधन प्रेरक था और ह्यूस्टन में ‘हाउडी मोदी’ कार्यक्रम में शामिल होना असाधारण एहसास था, जहां राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने उनका स्वागत किया था।
उन्होंने कहा, “उस कार्यक्रम में 52,000 लोग शामिल हुए थे और वह अमेरिका के इतिहास में किसी राष्ट्राध्यक्ष के स्वागत का सबसे बड़ा कार्यक्रम था।”
भारत से अपने परिवार के 75 वर्ष लंबे संबंधों को याद करते हुए विल्सन ने सदन में कहा कि “26 नवंबर, 2018 को इस्लामिक आतंकवादी हमले में मारे गए लोगों को श्रद्धांजलि देने के लिए वे इस साल अगस्त में मुंबई गए थे। यह हमला 9/11 हमले (अमेरिका के ट्विन टॉवर पर अलकायदा का हमला) के समान विध्वंसकारी था।”
अमेरिकी सैनिकों की प्रशंसा करते हुए उन्होंने कहा, “हम राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के नेतृत्व में आतंकवाद के खिलाफ वैश्विक युद्ध में 11 सितंबर कभी नहीं भूलेंगे।”